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मौत के धंधों पर जड़े ताले

अमृतसर/जिंद/फतेहाबाद। अमृतसर के वेरका-अटारी बाइपास की लिंक रोड से सटे लोहार का गाव की गुमटाला कालोनी में सोमवार सुबह करीब 7 बजे स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने करण सिंह दोधी की कोठी पर छापा मारा। तब करण सिंह नकली दूध बना रहा था। मौके पर ही उसे दबोच लिया गया। उसके साथ उसकी पत्नी भी इस धंधे में शामिल थी। कोठी में ही फैक्टरी चला रहे इस दोधी से चार बोरी सूखा...

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नरेगा में बस्तर को राष्ट्रीय अवार्ड

जगदलपुर. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ राज्य से बस्तर और रायपुर को राष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड के लिए चुना गया है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर संगीता ने बताया कि नरेगा के तहत कृषि विज्ञान केंद्र, उद्यानिकी और जल संसाधन विभाग के संवर्धन से बेहतर उपलब्धि हासिल की गई है। पिछले तीन साल में नरेगा के माध्यम से सिंचाई के रकबे में 3.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज...

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गांव की मिट्टी ने किया परदेस से लौटने को मजबूर

बिक्रमगंज (रोहतास)। जज्बा हो तो पत्थर पर भी दूब उगाई जा सकती है। यानी संकल्प के साथ शुरू किया गया कठिन से कठिन काम आसान हो जाता है। इंद्राथ के किसानों को ही देखें। दशकों तक यहां परती पड़ी ऊसर जमीन आज लहलहा रही है। किसान इसपर नगदी फसल के रूप में सब्जी उगाकर खुशहाल हो रहे हैं। उनकी मेहनत ने गांव की सूरत ही बदल दी है। नतीजा शहरों में रोजगार को गए गये...

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घर से उजड़े मजदूरों ने दिया धरना

सासाराम हाड़ कपा देने वाली ठंड और ऊपर से रेल अधिकारियों का कहर। ऐसे में हम जाएं तो कहां। साहब आप ही न्याय कीजिए। सोमवार को एसडीओ कार्यालय में किसान मजदूर सभा के बैनर तेल महादलित वर्ग के मजदूरों ने धरना देकर गुहार लगाई। अस्पताली देवी, मीना डोम, मंजू, संतोष, पारस डोम, अयोध्या डोम, इंदल, अनूप सहित दर्जनों ने कहा कि एक तरफ तीन डिसमिल जमीन देकर बसाने की घोषणा की जा रही है। दूसरी...

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गूंगी हो रही हैं 90 फीसदी बोलियां

न्यूयॉर्क। दुनिया भर में 7,000 बोलियां हैं, जो मौखिक ही हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले 100 वर्षो में इनके विलुप्त होने का खतरा है। संयुक्त राष्ट्र ने पहली बार दुनिया के मूल निवासियों की भाषा पर रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है, ‘दुनिया भर में करीबन 6,000 से 7,000 बोलियां ऐसी हैं, जिनका मौखिक स्वरूप ही है, लिखित नहीं। इनके बोलने वाले मूल निवासी हैं। इनमें से अगर सबके नहीं, तो...

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