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मलबे में दबने से आठ मजदूरों की मौत

शिमला। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब उपमंडल के अंतर्गत सतौन में एक उद्योग की दीवार ढहने से वहां शैड में सो रहे आठ मजदूर जिंदा दब गए। उत्तर प्रदेश निवासी इन लोगों की मिट्टी के नीचे दबने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार ये लोग सतौन में हिमालयन मिनरल केमिकल फैक्टरी में कार्यरत थे। हादसा वीरवार रात करीब दो बजे हुआ, जब ये मजदूर फैक्टरी के शैड में सो...

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सिकलसेल मरीजों को शुरू होगा मोबाइल क्लीनिक

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सिकलसेल बीमारी से निपटने के लिए मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में सिकलसेल मरीजों के उपचार की सुविधा के लिए सिकल सेल मोबाइल क्लीनिक का शुभारंभ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रमन सिंह विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के अवसर पर आगामी शनिवार 19 जून को यहां के डाक्टर भीमराव अम्बेडकर अस्पताल परिसर में...

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नक्लस प्रभावित इलाकों में यूएवी का परीक्षण

कांकेर [छत्तीसगढ़]। देश में नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहली बार मानव रहित विमान [यूएवी] का परीक्षण किया गया। अमेरिकी कंपनी के एक यूएवी ने यहां बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में पहाड़ियों और घने जंगल के ऊपर उड़ान भरी। अमेरिकी सेना अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अलकायदा व तालिबान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में इसी तरह के ड्रोन विमान सफलतापूर्वक इस्तेमाल करती रही है। दंतेवाड़ा में 6 अप्रैल को नक्सलियों...

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सारंडा जंगल में सुरक्षा बलों का आपरेशन

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। सुरक्षा बलों के निशाने पर अब झारखंड-उड़ीसा सीमा पर फैला सारंडा का जंगल है। अर्से से नक्सलियों की अहम पनाहगाह रहे इस जंगल में आकाशीय निगरानी से तालमेल बनाकर जमीनी कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के पहले दिन सुरक्षा बलों को खास सफलता हाथ नहीं लगी। इस बीच झारखंड और पश्चिम बंगाल में नक्सलियों ने एक-एक व्यक्ति की हत्या कर दी है। झारखंड में नक्सलियों के गढ़ सारंडा जंगल...

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अब बगैर गुठली का जामुन जमाएगा रंग

काकोरी [जासं]। गुणों की खान जामुन के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे बगैर गुठली के जामुन का लुत्फ उठा सकेंगे। बिल्कुल काले अंगूर की तरह की जामुन। गुठली रहित होने के कारण जूस तैयार करने में भी आसानी होगी। इस प्रजाति की जामुन कृषि वैज्ञानिक लगभग विकसित कर चुके हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर पैदावार में अभी दो साल लग सकते हैं। केंद्रीय उपोषण एवं बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा [लखनऊ] के...

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