SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 131

सुंदर वन के संरक्षण में जुटे भारत-बांग्लादेश

कोलकाता [जागरण ब्यूरो]। भारत-बांग्लादेश ने सुंदर वन को ग्लोबल वार्मिग के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए मिलकर मुहिम शुरू की है। इसके तहत दोनों देश संरक्षण संबंधी उपायों पर चर्चा व विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। इस बाबत एक संयुक्त मंच इसी साल सितंबर तक अस्तित्व में आ जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने इस बाबत बांग्लादेश के पर्यावरण मंत्री डॉ. हसन महमूद से बातचीत की है। रमेश ने कहा कि...

More »

संसद होगी ग्रीन

नई दिल्ली। संसद भवन की बेहद खूबसूरत और ऐतिहासिक इमारत को पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते खतरे से बचाने के लिए प्रकृति अनुकूल यानी ग्रीन स्वरूप प्रदान करने की प्रक्रिया के तहत सौर ऊर्जा से उसे रौशन करने और परिसर में बैटरी चालित वाहन योजना शुरू करने पर विचार हो रहा है। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार इस ऐतिहासिक इमारत के खूबसूरत वास्तुशिल्प तथा इसके रखरखाव को लेकर बेहद संवेदनशील...

More »

तो सूख जाएंगे सेब के छह लाख पौधे

सलूणी : ग्लोबल वार्मिग के असर के चलते प्रतिदिन बढ़ रहे तापमान के कारण विकास खंड सलूणी के बागवानों को सेब की उपज को लेकर चिंता सताने लगी है। उपमंडल सलूणी के बागबानों को चिंता सता रही है कि जिस प्रकार ग्लोबल वार्मिग के असर के चलते विगत वर्ष सेब की उपज के लिए 7 डिग्री से नीचे का तापमान पूर्ण नहीं हो पाया था और सेब की पैदावार कम हुई थी। उसी प्रकार...

More »

कहीं ये छोटे हिमयुग की शुरुआत तो नहीं

वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र के एक जलवायु विशेषज्ञ ने अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में अंटाकर्टिका जैसी ठंड पड़ने पर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यह एक छोटे हिमयुग की शुरुआत हो सकती है। आने वाला समय में सर्दी और बेदर्द होगी। साथ ही मैदानी इलाकों में भी हिमपात का अनुपात बढ़ेगा। जर्मनी की केल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण परिवर्तन की रिपोर्ट के लेखक मोजिब लातिफ अगले 30 साल...

More »

आईआईटी ने तैयार किया तीस साल का वर्षा रिकार्ड

रुड़की। दिसंबर खत्म होने को है। हल चलाकर किसान धरती के सीने में सुनहरे भविष्य की आशाएं संजोए गेहूं और दूसरी फसलों के बीज बो चुके हैं। धरा के गर्भ में पड़ा नन्हा बीज अंकुरित होकर जन्म लेने को आतुर है, लेकिन इंद्रदेव का दिल पसीजने को तैयार नहीं है। कातर निगाहें लगातार आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं, रह-रहकर आकाश पर बादल तो छाते हैं, लेकिन शाम ढलते-ढलते ये भी अनंत गंतव्य का...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close