लुधियाना। पंजाब में पैर पसार रहे स्वाइन फ्लू ने सूबे के सेहत विभाग की चिंता बढ़ा दी है। वीरवार को चंडीगढ़ के परिवार कल्याण भवन में हुई इंटीग्रेटेड डीजिज सर्विलेंस प्रोजेक्ट की बैठक में स्वाइन फ्लू का मुद्दा छाया रहा। शाम चार बजे तक चली बैठक में हेल्थ डायरेक्टर डा.अशोक नैय्यर ने सभी जिलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिले रैपिड रिस्पांस टीमें तैयार रखें। सूबे में स्वाइन...
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सावधान! आपकी थाली में सब्जी नहीं 'जहर' हैं!- मुकेश कुमार
लखनऊ। बेमौसम हरी-भरी सब्जियों के देख कर मन प्रसन्न हो जाता है। बैंगनी बैंगन और हरे मटर को देख जी ललचा उठता है। पर क्या हमने कभी सोचा है कि प्रकृति के विरुद्ध जाकर हम जो काम करते हैं, उसका साइड इफेक्ट क्या होता है? नहीं हमारे पास इतनी फुर्सत कहां जो अपने हेल्थ के बारे में सोच सकें। पर नहीं जनाब इस घटना और जानकारी के जानने के बाद आप...
More »अप्रैल से बंटेंगे बीपीएल परिवारों को पक्के मकान
बिलासपुर.बीपीएल परिवारों को पक्के मकान अप्रैल से दिए जाएंगे। एकीकृत आवास एवं मलिन बस्ती विकास योजना में शहर में झुग्गी झोपड़ी के निवासियों को शीघ्र ही पक्का मकान मिलेगा। कलेक्टर सोनमणि बोरा ने बुधवार को निर्माणाधीन आवासों का निरीक्षण किया। आईएचएसडीपी योजना में शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए 132 करोड़ 86 लाख रुपए में 7836 आशियाने बनाए जाएंगे। ये आवास दो चरणों में बनेंगे। पहले चरण में 22 करोड़ 74...
More »दयनीय दशा में बच्चे- स्टेट ऑव द वर्ल्ड चिल्ड्रेन 2011
अगर जानना चाहें कि कोई देश प्रगति के किस मुकाम तक पहुंचा है तो पैमाना बनाइए उस परिवेश को जिसमें वहां बच्चे बड़े हो रहे हैं। परिवेश कुपोषण, भुखमरी, अस्वास्थ्यकर अड़ोस-पड़ोस और जबरिया बाल-मजदूरी का हो तो देश को प्रगति के क्रम में बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है।द स्टेट ऑव वर्ल्ड चिल्ड्रेन रिपोर्ट के तथ्यों से पता चलता है कि विश्व के भावी नागरिकों के हक में बड़ा कम निवेश किया जा रहा है।...
More »350 इकाइयों की आर्थिक सेहत बिगड़ी
मंडी। वित्त प्रबंधन के अभाव में प्रदेश की सैकड़ों सूक्ष्म, लुघ और मध्यम, औद्योगिक इकाइयों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। औद्योगिक इकाइयों के लिए लोन लेने के लिए कड़े बैंक नियमों के चलते ऐसी इकाइयों को समय पर उपलब्ध न हो पाने के कारण उत्पादन के मामले में पूरी तरह से पिछड़ चुकी है। बैंकों का सख्त रवैया वित्त सुविधा उपलब्ध न हो पाने के कारण पिछले एक दशक में...
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