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मुवानी घाटी में होगा सतावर का उत्पादन

पिथौरागढ़। जिले की प्रसिद्ध मुवानी घाटी में सतावर के उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा। हिमालय अध्ययन केन्द्र और हिमालय पर्यावरण एवं विकास संस्थान कोसी काश्तकारों को सतावर उत्पादन का प्रशिक्षण देंगे। गुरूवार को मुवानी घाटी में सतावर उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में काश्तकारों को सतावर उत्पादन की तकनीक सिखाई गयी। हिमालय अध्ययन केन्द्र के भुवन पंत ने कहा मुवानी घाटी की भौगोलिक परिस्थितियां सतावर उत्पादन के...

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होटलों में मिलेंगे जैविक उत्पाद : धूमल

शिमला : मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि अब हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम (एचपीटीडीसी) अपने होटलों में जैविक भोजन व अन्य जैविक उत्पाद उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जैविक खेती को विशेष प्राथमिकता प्रदान कर रही है। किसानों को पारंपरिक जैविक कृषि पद्धति अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे उन्हें आर्थिक लाभ के साथ-साथ घर-द्वार पर रोजगार व स्वरोजगार के अवसर भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री वीरवार को इंदिरा गांधी खेल परिसर...

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अमीर देशों के समूह में भारत भी होगा शामिल!

नई दिल्ली। आज जब दुनिया के तमाम अमीर देश आर्थिक संकट से उबरने के रास्ते तलाश रहे हैं, उस वक्त भारत की आर्थिक विकास दर जोरदार रफ्तार पकड़े हुए है। वित्त वर्ष 2009-10 की अंतिम तिमाही में जीडीपी में 8.6 प्रतिशत की वृद्धि इसका साफ सबूत है। इस विकास दर ने दुनिया के तमाम मुल्कों को चौंका दिया है। यही वजह है कि अब कृषि प्रधान मुल्क को गांठने के लिए इन अमीर देशों...

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सब्जी बीज उत्पादन को नवजीवन

पटना। लोक कार्यक्रम और ग्रामीण प्रौद्योगिकी विकास परिषद (कपार्ट) भारतीयकृषि अनुसंधान परिषद केसाथ मिलकर सूबे के हाजीपुर और सारण में सामुदायिक आधारित कृषि तकनीक को विकसित करेगा। कपार्ट के सदस्य सचिव दीपांकर श्रीज्ञान ने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से संस्था को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है। कपार्ट के महानिदेशक मो.हलीम खान ने निर्देशित किया है कि कृषि विज्ञान केंद्र, हाजीपुर की साझेदारी से सब्जी बीज के उत्पादन और...

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बढ़ती गरीबी का सबब-- देविंदर शर्मा

अर्थव्यवस्था के विकास में कुछ भयावह गड़बड़ी है. भारत आर्थिक उदारीकरण के 18 साल बाद बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है, लेकिन ऊंचे विकास के बल पर गरीबी हटाने और भुखमरी मिटाने के वायदे पूरे नहीं हो पाए हैं. वास्तव में, गरीबी और विषमता घटने के बजाय और बढ़ गई है. आर्थिक विकास जितना बढ़ रहा है उतनी ही गरीबी भी बढ़ रही है. गरीब प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के...

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