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सात फीसदी तक कम हो सकती है सूरज की गर्मी, हिम युग की है आशंका!-- अमिताभ पांडे

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो के सोलर वैज्ञानिकों ने आशंका जतायी है कि आगामी दशकों में सूरज की तीक्ष्णता कमजोर पड़ सकती है. हालांकि, ऐसी घटना पहली बार नहीं होगी और इससे पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है. लेकिन, इतना जरूर है कि धरती पर इससे अनेक बदलावों की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता. क्या है यह घटना और इससे जुड़े अनेक पहलुओं के बारे...

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बिहार में खस्ताहाल हैं छोटे डैम, कभी इनसे हजारों हेक्टेयर में किसान करते थे खेती

पटना : प्रदेश के सबसे अधिक डैम बांका जिले में बनाये गये हैं. इनमें चांदन, ओढ़नी, बिलासी, बदुआ, देवासी, बेलहरना आदि शामिल हैं. यहां से नहरों का जाल निकला हुआ है लेकिन अधिकतर की हालत खराब है. इसके साथ ही कुछ बड़े बांध भी हैं, जिसमें-हिरंबी बांध, सरकट्टा डैम, कझिया डांड आदि शामिल हैं. इन सभी से करीब 66 हजार हेक्टेयर इलाके में सिंचाई के लिए पानी देने...

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चिंताजनक: और गहराई अमीरी-गरीबी की खाई, सिर्फ 1% ने कब्जाई 73% नई संपत्ति

देश की आय में असमानता की चिंताजनक तस्वीर पेश करते हुए पिछले साल के आधार पर नए सर्वे ने बताया है कि 2017 में अर्जित देश की 73 फीसदी संपत्ति सिर्फ देश की एक फीसदी आबादी के पास गई है। 73 फीसदी संपत्ति सिर्फ एक फीसदी आबादी के पास जबकि, 67 करोड़ भारतीयों की संपत्ति में सिर्फ एक फीसदी का इजाफा हुआ है, जो देश की कुल आबादी का करीब आधा हिस्सा...

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इस बार दावोस इतना अहम क्यों है-- पुष्परंजन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक फोरम के उद्घाटन के अवसर पर आज बीज वक्तव्य देंगे। वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) के ग्लोबल प्रमुख (प्रोग्रामिंग) ली हॉवेल ने एक पते की बात कही है कि ‘इस बार सम्मेलन में आए शासन प्रमुख बोलें कम और लोगों की सुनें ज्यादा।' प्रधानमंत्री मोदी के बीज वक्तव्य से आरंभ इस पांच दिवसीय सम्मेलन का समापन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण से होगा। बीच में...

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न इस्तीफा, न किसी की अवमानना! - सुभाष कश्‍यप

सुप्रीम कोर्ट का संकट अभी तक समाप्त होता नहीं दिख रहा है। इस मामले में सभी तथ्यों को पूरी तौर पर जाने बिना किसी के लिए भी तटस्थता के साथ यह कहना कठिन है कि किसका पक्ष कितना सही है, क्योंकि चार वरिष्ठ न्यायाधीशों की ओर से प्रेस कांफ्रेंस करने और इस दौरान एक लंबी चिट्ठी जारी करने के बाद भी सारी बातें स्पष्ट नहीं हैं। ध्यान रहे कि यह...

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