-आउटलुक, चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में पंजाब और हरियाणा से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद जोरों से चल रही है। पंजाब से खरीद बढ़कर जहां 91.44 लाख टन की हो गई है, वहीं हरियाणा से भी 42.80 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है। अन्य राज्यों में मध्य प्रदेश से खरीद बढ़ी है, लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि से खरीद सीमित मात्रा में ही...
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क्या मजदूरों के खाते में पहुंच गए 1,000 से 6,000 रुपए?
-डाउन टू अर्थ, कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में किए गए लॉकडाउन के बाद मजदूरों में अफरा तफरी मच गई। इसके चलते सरकार ने तुरत-फुरत में कई घोषणाएं की। इसमें एक घोषणा थी, मजदूरों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। लेकिन क्या मजदूरों को यह पैसा मिल पाया, किस कानून के तहत यह पैसा दिया गया, क्या पहले से इस कानून की पालना सही तरीके से...
More »लॉकडाउन में मनरेगा में काम शुरू, मगर अभी भी मुश्किलें तमाम
-गांव कनेक्शन, लॉकडाउन में मनरेगा में काम शुरू हो चुका है। सरकार ने ऐसे संकट के समय में ग्रामीण भारत के मजदूरों को 20 अप्रैल से मनरेगा में काम देने की मंजूरी देकर इनकी जिंदगी पटरी पर लाने की कोशिश की है, मगर एक हफ्ते बाद भी बड़ी संख्या में मजदूर काम मिलने की आस लगाये बैठे हैं। "कुछ जगह काम चल रहा है, मगर हमारे यहाँ अभी भी काम शुरू नहीं...
More »कृषि मंत्रालय के अनुसार देशभर में लॉकडाउन के बीच गेहूं की 67 फीसदी कटाई पूरी
-आउटलुक, कोरोना वायरस महामारी के कारण देशभर में चल रहे लॉकडाउन के बीच सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए देश में अब तक गेहूं के कुल 310 लाख हेक्टेयर रकबे के 67 फीसदी की कटाई की जा चुकी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार मौजूदा अनिश्चितता के बीच कृषि संबंधी कार्य उम्मीद बढ़ाने वाली गतिविधियां है, जो देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करती है। पूरे देश में किसान और खेतिहर मजदूर सभी विपत्तियों...
More »देशभर में बढ़ रहा है प्रवासी मजदूरों में असंतोष, मुंबई- सूरत में सड़कों पर उतरे, दिल्ली हुई सतर्क
-द प्रिंट, कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषणा करने के कुछ ही घंटे बाद मुंबई और सूरत की सड़कों पर बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए. सभी ने मांग की कि वह अपने गृह राज्य वापस जाना चाहते हैं उनके लिए परिवहन की व्यवस्था कराई जाए. ये सभी प्रवासी मजदूर...
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