उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्बन्धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...
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मस्तिष्क ज्वर का कहर : रक्त और फ्लूइड का नमूना ले लौट गई विशेषज्ञ टीम
पटना. इंसेफ्लाइटिस के कारणों का पता लगाने के लिए केंद्रीय विशेषज्ञ टीम ने मुजफ्फरपुर से पीडि़त बच्चों के रक्त और सेरेब्रो स्पाइनल फ्लूइड का नमूना लिया। नमूना लेनेवाली पूणे के राष्ट्रीय विषाणु संस्थान (एनआईवी) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम ने शनिवार को पटना में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव व्यासजी से मुलाकात की। व्यासजी ने बताया कि राष्ट्रीय विषाणु संस्थान से दस दिनों में जांच रिपोर्ट मिलेगी।...
More »चार बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया
जयपुर। राजस्थान पुलिस ने अपने नियंत्रण कक्ष की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार को संजय नगर की भट्टा बस्ती के एक बंद कमरे मे चूड़ी बनाने का काम करते चार बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया। पुलिस के अनुसार संजय नगर भट्टा बस्ती के अंतर्गत मकान नंबर बी 757 में 13 से 15 वर्ष के चार बच्चे बंद कमरे में चूड़ी बनाने का कार्य करते पाए गए। ये...
More »बिहार में अज्ञात बीमारी से मरने वालों बच्चों की संख्या 160 पार
पटना. बिहार के मुजफ्फरपुर, गया और पटना के अस्पतालों में अज्ञात बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस अज्ञात बीमारी से बीते 15 घंटों में 10 और बच्चों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या 160 के आंकड़े को पार कर गई है। इधर, दिल्ली से आए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल विभाग का छह सदस्यीय विशेषज्ञ दल लगातार बीमारी प्रभावित गांवों...
More »गुजराती स्कूलों में पढ़ाए जा रहे हैं अश्लील जोक्स
अहमदाबाद. गुजरात में स्कूलों में बच्चों को अश्लील जोक्स पढ़ाए जा रहे हैं। यह चौंकाने वाला सच गुजरात के सरकारी प्राइमरी स्कूलों का है, जहां पिछले दो महीनों से बच्चे अश्लील जोक्स पढ़ रहे हैं। इन स्कूलों में पढ़ रहे अभिभावकों को इस बात की चिंता है कि इससे उनके बच्चों की मानसिकता पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। दरअसल, सर्व शिक्षा अभियान के तहत पांचवीं तक के बच्चों को बाल साहित्य के नाम...
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