नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। दस लाख डॉलर यानी करीब 6.2 करोड़ रुपये से ज्यादा संपत्ति रखने वाले अमीरों की संख्या भारत में तेजी से बढ़ रही है। चीन, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, जापान जैसे कुछ गिने-चुने देशों को छोड़ दें तो दुनिया के अन्य किसी भी मुल्क में धनकुबेरों की संख्या इतनी रफ्तार से नहीं बढ़ रही है जितनी भारत में। प्रमुख ग्लोबल बैंक क्रेडिट सुइस की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक...
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कुप्रबंध की संस्कृति- हरिवंश
देश, वाचाल वृत्ति, बौद्धिक विलासिता, पर-उपदेश वगैरह की ‘लचर जीवन संस्कृति’ से नहीं चलता. आज के भारत में सरकार, राजनीति से लेकर समाज स्तर पर यही जीवन संस्कृति है. अमर्त्य सेन जिस ‘आर्ग्यूमेंटेटिव इंडिया’ (बहस में डूबे भारत) की बात करते हैं, उसे जमीन पर देखें-समझें तो बात ज्यादा स्पष्ट और साफ होती है. मूलत: हम बातूनी लोग हैं, बिना कर्म बात-बहस करनेवाले. किसी के बारे में कुछ भी टिप्पणी....
More »खाद्य तेलों को महंगा करने की तैयारी
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। प्याज का मूल्य थमने से पहले ही खाद्य तेलों में तेजी की तैयारी शुरू हो गई है। सरकार रिफाइंड खाद्य तेलों के आयात शुल्क में ढाई फीसद की वृद्धि करने जा रही है। इससे त्योहारी सीजन में खाद्य तेलों में महंगाई भड़कने की आशंका है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ यह फैसला सरकार के गले की हड्डी बन सकता है। खाद्य मंत्रालय ने...
More »सोशल मीडिया उपयोक्ताओं की संख्या 9.1 करोड़
भारत में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों की संख्या दिसंबर 2013 तक 17 प्रतिशत बढ़कर 9.1 करोड़ होने का अनुमान है। आईएएमएआई तथा आईएमआरबी इंटरनेशनल की एक रपट में यह निष्कर्ष निकाला गया है। इसके अनुसार शहरी भारत में सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वालों की संख्या जून 2013 तक बढ़कर 7.8 करोड़ हो गई। रपट में कहा गया है कि सस्ते स्मार्टफोन बाजार में आने तथा वहनीय डेटा योजनाओं...
More »किताबें छपवायेगी नहीं, अब खरीदेगी
रांची: सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलों की कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को अब खरीद कर किताबें दी जायेंगी. झारखंड शिक्षा परियोजना 2014-15 में किताबों की छपाई के लिए टेंडर नहीं करेगी. नयी व्यवस्था के तहत सरकार किताबें छपवाने के बदले एनसीइआरटी से खरीद कर बच्चों के बीच नि:शुल्क बंटवायेगी. एनसीइआरटी की किताबों की कीमत व अपने स्तर से छपाई में आनेवाले खर्च का मूल्यांकन करने के बाद...
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