जगदीश कुमार, जालंधर। पंजाब का बासमती चावल देश का अनाज भंडार भरने के साथ ही कैंसर रोगियों की पीड़ा हरने में भी सहायक साबित हो रहा है। बासमती से होने वाली कमाई का एक हिस्सा कैंसर रोगियों के इलाज खाते में जमा होगा। पंजाब सरकार मंडी में बासमती खरीद पर 0.25 सेस (उप कर) वसूल रही है। राज्य सरकार को इस सीजन में बासमती से करीब 20 करोड़ रुपये सेस के...
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...तो नामी प्राइवेट स्कूलों में पढेंगे गरीबों के बच्चे- शैलेन्द्र श्रीवास्तव
गरीबों के बच्चों का नामी-गिरामी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने का सपना अब साकार हो सकेगा। राज्य सरकार प्राइवेट स्कूल की 25 फीसदी सीटों पर ऐसे बच्चों को दाखिला देने के लिए पूर्व में तय मानकों में बदलाव की तैयारी कर रही है। अगले सत्र के लिए दाखिले से पहले संशोधित आदेश जारी कर दिया जाएगा। प्रारंभिक रूप से निजी स्कूलों में दाखिले के लिए सरकारी स्कूलों से प्रमाण पत्र लेने की...
More »दवा कंपनियों को राहत आम आदमी पर आफत
बीते सोमवार की रात को, दवाओं की कीमतों के नियामक, राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सबको चौंका दिया. उसने उन 108 दवाओं को नियंत्रण से मुक्त कर दिया है, जिन्हें उसने दो महीने पहले ही ‘जनहित' के आधार पर मूल्य नियंत्रण के तहत लिया था. उसने इसकी कोई वजह नहीं बतायी. सिर्फ इतना कहा कि भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रलय के...
More »2030 तक दुनिया में होंगे 552 मिलियन मधुमेह रोगी
कोलकाता: पूरी दुनिया में मधुमेह रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. संयुक्त राज्य अमेरिका में 12.6 मिलियन महिलाएं एवं दुनिया भर में 366 मिलियन लोग इससे ग्रसित हैं. वैश्विक स्तर पर वर्ष 2030 तक यह संख्या बढ़ कर लगभग 552 मिलियन हो जायेगी. ऐसी ही रिपोर्ट हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के माध्यम से दी गयी है. लेकिन अगर अपनी आहार व जीवन शैली में सुधार किया जाये तो इसे...
More »गरीबी से ज्यादा जानलेवा है लव अफेयर
नई दिल्ली। बीते साल यानि 2013 में पूरे देश में आत्महत्या करने वालों में ज्यादातर मामले बेरोजगारी, गरीबी या दिवालिया होने वालों के नहीं बल्कि लव अफेयर से संबंधित थे। इसका खुलासा हुआ है नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में। इस रिपोर्ट के अनुसार, पूरे देश में हत्या या हत्या की कोशिश का सबसे बड़ा कारण लव अफेयर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, बीते साल...
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