रांची. विकास कार्य के लिए अधिग्रहित जमीन धड़ल्ले से बिक रही है। रांची जिले में ही एनएच, डैम, स्कूल व पशुपालन विभाग के लिए अधिग्रहित सैकड़ों एकड़ जमीन बिक गई। इसे खरीदने में बिल्डरों और आम आदमी के अलावा अधिकारी भी पीछे नहीं रहे। अंचल कार्यालय के पास यह रिकॉर्ड ही नहीं है कि अब तक कितनी जमीनों का अधिग्रहण हुआ है। अधिग्रहण के समय रैयतों को जिस जमीन का मुआवजा दिया जा चुका...
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बर्बादी की वजह बनते बीज- जाहिद खान
बीज खेती की बुनियाद है और अच्छे बीज, अच्छी खेती की जमानत। पर ये बीज ही आज किसानों को खून के आंसू रूला रहे हैं। हाल के सालों में ऐसे कई मामले सामने निकलकर आए हैं, जब बीज किसानों की बर्बादी की वजह बने। किसान अधिक पैदावार की लालच में संकर और जीएम बीजों का इस्तेमाल करते हैं और बाद में सिर्फ छले जाते हैं। हैरत की बात यह है...
More »80 साल के किसान ने पगड़ी उतार कर कहा- चाहे गोली चला दो लेकिन...!
80 वर्षीय शिवकरण ने अपनी पगड़ी उतारकर जेडीसी के सामने रख दी। उन्होंने कहा कि 200 साल पुरानी ढाणियां, कुएं हटाए जा रहे हैं और बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए रिंग रोड मोड़ी जा रही है। मुकदमे चलाए जा रहे हैं। इससे वे डरने वाले नहीं है। गोली चला दो, लेकिन किसान 360 मीटर में रोड नहीं बनने देंगे। जयपुर.रिंग रोड क्षेत्र भले रावला-घड़साना बने चाहे भट्टा...
More »खुलेआम उड़ रहा था हाईकोर्ट के आदेश का मखौल, किसानों ने रोका काम
नोएडा। नोएडा एक्सटेंशन एरिया के तुस्याना व चौगानपुर गांव के बीच चोरी-चोरी बिल्डरों द्वारा किए जा रहे निर्माण को सैकड़ों किसानों ने बंद करा दिया। किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण ने अतिरिक्त मुआवजा, वारिसान और 10 फीसदी विकसित प्लाट नहीं दिया है। बावजूद काम जारी है, जबकि हाईकोर्ट ने भी मास्टर प्लान अप्रूवल तक काम पर रोक लगा दिया है, लेकिन बिल्डर आदेशों का मखौल उड़ा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा...
More »झारखंड: संगीनों पर सुरक्षित गांव- चंद्रिका की रिपोर्ट
यह उन लोगों की कहानियां हैं, जो आजादी, इंसाफ और शांति के साथ जीना चाहते हैं. अपने गांव में खेतों में उगती हुई फसल, अपने जानवरों, अपनी छोटी-सी दुकान और अपने छोटे-से परिवार के साथ एक खुशहाल जिंदगी चाहते हैं. लेकिन यह चाहना एक अपराध है. अमेरिका, दिल्ली और रांची में बैठे हुक्मरानों ने इसे संविधान, जनतंत्र और विकास के खिलाफ एक अपराध घोषित कर रखा है. उनकी फौजें गांवों...
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