नई दिल्ली। मानसून की अच्छी बारिश और सरकार की नीतिगत तैयारियों के मद्देनजर रबी सीजन में खाद्यान्न की बंपर पैदावार होने का अनुमान है। जबकि दलहन के उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि होगी। देश की खाद्य सुरक्षा के लिए यह राहत की बात है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जबर्दस्त सुधार की संभावना है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक चालू वर्ष में खाद्यान्न की कुल पैदावार अब...
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सीएम के खेत में ही फेल हो गया खेती से लाभ का प्रयोग
विदिशा, अजय जैन। परंपरागत खेती छोड़ो और फल-फूल की खेती अपनाओ...ये वो मंत्र है जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों को बार बार पढ़ाते रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री का यह मंत्र उनके अपने ही खेत में असफल होे गया है। मुख्यमंत्री ने विदिशा शहर से सटे फार्म हाउस में पहले टमाटर उगाए, लेकिन बाजार के अच्छे दाम नहीं मिले और टमाटर मवेशियों को खिलाने पड़े। फिर उन्होंने नौ एकड़ में...
More »एग्री टेक : आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से डिजिटल क्रांति की ओर खेती
विकसित देशों के मुकाबले भारत में कृषि क्षेत्र में बेहद कम तकनीकों का इस्तेमाल होता है. हालांकि, निवेश और नीतिगत इच्छाशक्ति की कमी भी इसके कारक हैं, लेकिन खेती के पिछड़ जाने का बड़ा कारण तकनीकों का अभाव माना जा रहा है. धीरे-धीरे ही सही, पर अनेक प्रयासों से इसमें बदलाव आ रहा है और भारतीय खेती डिजिटाइजेशन की राह पर बढ़ती दिख रही है. आज के आलेख में पढ़िये...
More »किसान औने-पौने दाम पर उपज बेचने को विवश : मोदी
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि धान खरीद की सरकार की सारी तैयारी धरी रह गयी और किसान औने-पौने दर पर धान बेचने को विवश हैं. 15 नवंबर तक सभी किसानों का निबंधन हो जाना था, लेकिन डेढ़ माह बाद भी आवेदन दिये 2.81 लाख किसानों में से मात्र 34,645 किसानों को ही निबंधित किया जा सका है. सहकारिता विभाग के अधिकारियों...
More »हांकने की फांस, गेहूं बना ग्रास-- अनिल रघुराज
शरद पवार जैसे बहुरंगी कलाकार की जगह उन्नीस महीने पहले जब राधा मोहन सिंह को देश का कृषि मंत्री बनाया गया, तो आम धारणा यही बनी कि जमीन से जुड़े नेता होने के नाते वे कृषि अर्थव्यवस्था ही नहीं, किसानों के व्यापक कल्याण का भी काम करेंगे. संयोग से करीब सवा साल बाद मंत्रालय का नाम भी बदल कर कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय कर दिया गया. लेकिन, उसके बमुश्किल...
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