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एन1एच1 बदल रहा है रूप, डरें नहीं

तिरुअनंतपुरम। मानसून की दस्तक के साथ स्वाइन फ्लू यानी इंफ्लूएंजा एच1एन1 के मामलों में फिर उछाल आया है। पिछले साल इस संक्रामक बीमारी के फैलने के कारण हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए थे। केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने सावधान किया है कि जल्द ही देश में सामान्य इंफ्लूएंजा के मामले एच1एन1 में बदल सकते हैं। केरल स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक एमके जीवन ने कहा कि पिछले...

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अस्पताल डाक्टरों की कमी से खुद पड़े हैं बीमार

पिथौरागढ़। सरकार के तमाम दावों के बावजूद जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई सुधार नहीं हो पाया है। यहां पर चिकित्सकों की भारी कमी के चलते अधिकांश मामलों में खुद बीमार पड़े प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला चिकित्सालय तक महज रेफर सेंटर साबित हो रहे हैं। वर्ष 2006 में स्वीकृत हुये बेस अस्पताल का मामला अभी भी अधर में है। बेस चिकित्सालय के राजनीति की भेंट चढ़ जाने से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद...

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गर्भवती को अस्पताल से निकाला, नवजात की मौत

रोजनीनगर, 5 जून : सरोजनीनगर के सामुदायिक केन्द्र पर शनिवार को गर्भवती महिला की भर्ती के बाद बिगड़ी हालत पर चिकित्सकों ने उसे डफरिन अस्पताल के लिए रेफर करते हुए अस्पताल से बाहर कर दिया। अस्पताल से एम्बुलेंस न मिलने के चलते परिवारीजन जब तक वाहन की व्यवस्था करते तब तक दर्द से तड़पती महिला ने अस्पताल परिसर में ही शिशु को जन्म दे दिया। चिकित्सकों ने उस पर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते कुछ...

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स्वस्थ पर्यावरण के लिए धरहरा की परंपरा का अनुकरण करें : नीतीश

भागलपुर। जहां चारो तरफ अंधाधुंध पेड़ों की कटाई हो रही है, वहीं धरहरा गांव में सामुदायिक प्रयत्‍‌न से पेड़ लगाए जा रहे हैं। यह ऐसा गांव है जहां लोग कन्या पैदा होने पर खुशी मनाते हैं और उनके नाम पर दस फलदार पेड़ लगाते हैं। स्वस्थ पर्यावरण के लिए धरहरा की परंपरा का अनुकरण पूरे सूबे के लोगों को करना चाहिए। यह बातें रविवार को नवगछिया अनुमंडल के धरहरा गांव में आयोजित सभा को संबोधित...

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मनरेगा में करोड़ों का फर्जीवाड़ा

भोपाल। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (नरेगा ) जो अब महात्मा गाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के नाम से जानी जाती है। इस योजना का उद्देश्य था कि क्षेत्र के मजदूरों को अपने ही गाव में काम मिले और वे पलायन नहीं कर सकें, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से काम मशीनों द्वारा करा लिए जाते है, जिससे मजदूरों को काम नहीं मिल पाता। इस कारण गरीब परिवार काम के सिलसिले में...

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