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गंभीर होते खेती व रोजगार के सवाल - प्रदीप सिंह

लोकसभा चुनाव अभी सवा साल दूर हैं। इसे यों भी कह सकते हैं कि लोकसभा चुनाव में बस 16 महीने रह गए हैं। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। 2014 के लोकसभा चुनाव और 2019 के चुनाव में एक बड़ा फर्क होगा। तब कांग्रेस सत्ता में थी और उससे सवाल पूछे जा रहे थे। आज भाजपा सत्ता में है और उससे जवाब मांगा...

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गर्भस्थ शिशु को बाहर निकालने के लिए झोला छाप डॉक्टर की बेटियां दबा रही थीं पेट

फर्जी डिग्रीधारी मेडिकल प्रैक्टिशनर रेखा देवी व उसकी दो बेटियां अकुशल तरीके से प्रसव कराने के आरोप में पुलिस गिरफ्त में हैं. आरोप है कि रेखा की क्लिनिक में प्रसव पीड़ा के दौरान सोमवार की रात 20 वर्षीया आरती देव व उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हो गयी थी. प्रभात खबर में जच्चा-बच्चा की मौत से जुड़ी खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार का जला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग रेस...

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विज्ञापन, समाज और कानून--- महेश तिवारी

प्रौद्योगिकी के विकास के साथ देश के भीतर विज्ञापनों की बाढ़-सी आ गई है। विज्ञापनों के द्वारा कंपनियां अपने उत्पाद के प्रति लोगों को रिझाने और आकर्षित करने के चक्कर में उपभोक्ताओं के प्रति अपने कर्तव्य और नैतिक जिम्मेदारियों से दूर हटती जा रही हैं। अपने उत्पाद के प्रचार के लिए कंपनियां मनोरंजन और खेल की दुनिया के सितारों को पेश करती हैं, ताकि लोग उनके सम्मोहन के प्रभाव में...

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शिविर में नसबंदी के बाद चार पुरुषों की हालत बिगड़ी, मचा हड़कंप

बिलासपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में बुधवार को पुरुष नसबंदी शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान लापरवाही से 4 ग्रामीणों की हालत बिगड़ गई। मामले को दबाने पीड़ितों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां तीसरी बार पीड़ितों की नसबंदी कराई गई। उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को पुरुष नसबंदी शिविर लगाया गया था। इसमें 14 पुरुषों को भर्ती किया गया...

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फाइलेरिया को हरा सकते हैं हम-- डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी

फाइलेरिया अभियान के बिहार दौरे पर वैशाली जिले में मेरी मुलाकात एक ऐसे परिवार से हुई, जिन्हें अभियान के दौरान दवाइयां दी गयी थी, परंतु उन लोगों ने दवाएं खायी नहीं थी. हमारी चर्चा के बीच यह मालूम पड़ा कि उसी घर की कॉलेज जानेवाली एक छात्रा खुद फाइलेरिया से पीड़ित थी और वह परिवार अपनी बच्ची के इलाज पर लगभग 1200 रुपये हर सप्ताह खर्च कर वैकल्पिक दवाएं ले...

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