काकोरी [जासं]। गुणों की खान जामुन के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे बगैर गुठली के जामुन का लुत्फ उठा सकेंगे। बिल्कुल काले अंगूर की तरह की जामुन। गुठली रहित होने के कारण जूस तैयार करने में भी आसानी होगी। इस प्रजाति की जामुन कृषि वैज्ञानिक लगभग विकसित कर चुके हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर पैदावार में अभी दो साल लग सकते हैं। केंद्रीय उपोषण एवं बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा [लखनऊ] के...
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सब ताज उछाले जाएंगे, सब तख्त गिराये जाएंगे- अरुंधति रॉय
दंतेवाड़ा को समझाने के कई तरीके हो सकते हैं। यह एक विरोधाभास है। भारत के हृदय में बसा हुआ राज्यों की सीमा पर एक शहर। यही युद्ध का केंद्र है। आज यह सिर के बल खड़ा है। भीतर से यह पूरी तरह उघड़ा पड़ा है। दंतेवाड़ा में पुलिस सादे कपड़े पहनती है और बागी पहनते हैं वर्दी। जेल अधीक्षक जेल में है, और कैदी आजाद (दो साल पहले शहर की पुरानी जेल से करीब 300...
More »15 लाख किसानों के फसलों का 173 करोड़ रुपए का बीमा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले दो सालों में 15 लाख से भी ज्यादा किसानों के फसलों का बीमा कराया गया है, जिसमें से दो लाख किसानों को 68 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति मिली है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्ताीसगढ़ में पिछले दो सालों में यहां के 15 लाख 25 हजार किसानों के रबी और खरीफ की फसलों का 173 करोड़ 46 लाख रुपए से अधिक राशि का बीमा कराया गया है।...
More »राज्य में 16.32 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्तमान रबी मौसम में अभी तक 16.32 लाख हेक्टेयर रकबे में रबी फसलों की बुवाई पूरी हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि चालू रबी मौसम के दौरान छत्तीसगढ़ में अब तक 16 लाख 32 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में गेहूं, चना, मटर, सरसों और अलसी सहित रबी की विभिन्न फसलों की बुवाई पूरी हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस...
More »का बरखा जब कृषि सुखाने
रामगढ़ [कैमूर]। जनप्रतिनिधियों की नजरअंदाजी तथा शासन-प्रशासन के आला अफसरों की कथित तुगलकी नीतियों के चलते कैमूर जिले के रामगढ़ क्षेत्र के किसानों पर, ..का बरखा जब कृषि सुखाने वाली कहावत एकदम सटीक बैठ रही है। किसानों को जब दरकार थी तब पानी छोड़ा ही नहीं गया और अब जब कृषि कार्य के लिए आवश्यकता नहीं तो नहर में पानी ही पानी दिखने लगा। खून पसीना एक करके किसानों ने किसी तरह गेहूं की...
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