रायगढ़ (निप्र)। निजी स्कूलों में आधुनिकता शिक्षा की चकाचौंध की वजह से फीस तो भारी-भरकम ली जाती है, पर पढ़ाई का स्तर निम्न होने से इनकी तुलना में सरकारी स्कूल के बच्चे अच्छी स्थिति बना रहे हैं। हालात यह है कि निजी स्कूलों की बजाए सरकारी स्कूल के बच्चे ही मेरिट में आ रहे हैं। इन स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाओं का अभाव होने के बावजूद निजी स्कूल के बच्चों को...
More »SEARCH RESULT
संयुक्त राष्ट्र ने दलित लडकियों के बलात्कार और हत्या की निंदा की
संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने उत्तरप्रदेश के बदायूं जिले में दो दलित लडकियों के ‘‘बर्बर’’ सामूहिक बलात्कार और उनकी हत्या की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और पूरे भारत में महिलाओं एवं लडकियों के खिलाफ हिंसा पर अंकुश लगाने का आह्वान किया है. भारत में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की स्थानीय समन्वयक लिज ग्रांडे ने कहा, ‘‘दो किशोरियों के परिवारों को और निम्न जातीय समुदायों की तमाम...
More »पूर्वोत्तर राज्यों में आर्थिक विकास, रोजगार प्राथमिकता: वी के सिंह
नयी दिल्ली: पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री पद का कार्यभार संभालने वाले जनरल :सेवानिवृत्त: वी के सिंह की शीर्ष प्राथमिकता पूर्वोत्तर राज्यों में आधारभूत सुविधाएं बढाना, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना और इन राज्यों में आर्थिक विकास को बढावा देने की होगी.सिंह ने कहा कि सरकार क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि सुनिश्चित करने की कोशिश के अलावा सीमावर्ती इलाकों समेत पूरे पूर्वोत्तर की सडक संरचना में सुधार लाने पर...
More »अबकी बार केवल सरकार- शंकर अय्यर
पिछले तीन महीने में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। यह सरकार विहीन यथार्थ से विपक्ष विहीन यथार्थ की स्थिति में आ गई है। निष्क्रियता और अयोग्यता का एक चक्र पूरा हो चुका है। ऐसे में, जनादेश को इस तरह भी अभिव्यक्त किया जा सकता है-अबकि बार केवल सरकार, कोई विपक्ष नहीं! सांसद आपस में मजाक करते देखे जा रहे हैं कि एनडीए के सभी सदस्यों के बैठने...
More »नि:शक्तों को समान अवसर का है अधिकार- आर के नीरद
नि:शक्तों को वह सब अधिकार मिला हुआ है, जो एक सामान्य व्यक्ति को है. नि:शक्तता के आधार पर उसके साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता, बल्कि एक सामान्य व्यक्ति के मुकाबले उसकी शारीरिक या मानसिक कमी की भरपाई के लिए उसके साथ विशेष व्यवहार किया जाना है. शारीरिक रूप से नि:शक्त व्यक्ति के मामले में समाज का नजरिया बदला भी है, लेकिन मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति के प्रति अब...
More »