यह उन लोगों की कहानियां हैं, जो आजादी, इंसाफ और शांति के साथ जीना चाहते हैं. अपने गांव में खेतों में उगती हुई फसल, अपने जानवरों, अपनी छोटी-सी दुकान और अपने छोटे-से परिवार के साथ एक खुशहाल जिंदगी चाहते हैं. लेकिन यह चाहना एक अपराध है. अमेरिका, दिल्ली और रांची में बैठे हुक्मरानों ने इसे संविधान, जनतंत्र और विकास के खिलाफ एक अपराध घोषित कर रखा है. उनकी फौजें गांवों...
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केंद्र ने मांगी छत्तीसगढ़ की मांग, 4 और जिले नक्सल प्रभावित
रायपुर. राज्य शासन की सालभर से ज्यादा पुरानी मांग को मंजूर करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चार और जिलों को एसआरई (सिक्योरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर) योजना में शामिल कर लिया है। इसमें गरियाबंद और बालोद जैसे दो नए जिलों के अलावा महासमुंद और धमतरी हैं। अब तक योजना में राज्य के नौ जिले शामिल थे। राज्य के लगभग आधे 13 जिलों को केंद्र शासन ने नक्सल प्रभावित मान लिया है। छत्तीसगढ़ और झारखंड...
More »क्या इनका हश्र भी निगमानंद जैसा होगा?- मनोज रावत और महिपाल कुंवर की रिपोर्ट
गंगा को बचाने के मुद्दे पर प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का आमरण अनशन निर्णायक दौर में पहुंच गया है. क्या केंद्र सरकार समय रहते जागेगी? मनोज रावत और महिपाल कुंवर की रिपोर्ट राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के तीन सदस्यों के इस्तीफे ने एक बार फिर गंगा को स्वच्छ करने की महत्वाकांक्षी कवायद पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 2008 में जब इस प्राधिकरण की स्थापना हुई थी तो लगा था कि मैली...
More »4.75 लाख में बन सकती हैं महिलायें राजनेता
नई दिल्ली : राजनीति में जाने की चाह रखने वाली महिलाओं के लिए जरुरी कौशल में इजाफा करने के लिहाज से आईआईएम बेंगलूर ने आज एक पाठ्यक्रम की शुरुआत की. तीन महीने के इस पाठ्यक्रम का नाम इंडिया..वुमेन इन लीडरशिप बाई द सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी रखा गया है जिसका उद्देश्य महिला नेताओं में शासन के अनेक पहलुओं के लिए जरुरी कुशलताओं, ज्ञान और विशेषज्ञता को बढाना है. एक वक्तव्य के अनुसार इससे...
More »मारंगपुरी के हर घर में बायोगैस से बन रहा भोजन
जगदलपुर. ईधन की लगातार कमी से जूझने वाले लाक मुख्यालय बड़ेराजपुर से करीब 15 किमी दूर मारंगपुरी के ग्रामीणों ने बायोगैस को वैकल्पिक ऊर्जा के रूप में अपना लिया है। गांव के तकरीबन हर घर में बायोगैस के प्लांट बिना किसी रूकावट के पिछले एक दशक से लगातार चल रहे हैं। अब ग्रामीण इसकी तकनीक से भी वाकिफ हो चुके हैं। नहीं मिलती जलाऊ लकड़ी ओडिशा सीमा से लगे मारंगपुरी...
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