रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आंगनबाड़ियों के रखरखाव में महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। भाठागांव क्षेत्र और मठपुरैना में चल रहीं 12 में से 9 आंगनबाड़ियों में बिजली कनेक्शन ही नहीं है। इनमें आने वाले लगभग 200 बच्चों को हर दिन चार घंटे तेज गर्मी में बिना पंखे के गुजारने पड़ रहे हैं। सूचना मिलने पर गुरुवार को नईदुनिया टीम ने इलाके का दौरा कर...
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भरे पेट की दुनिया में भूखे बच्चे --- डा. सैय्यद मोबिन जेहरा
भूख इंसान को कितना मजबूर करती है, यह तो वही जानते हैं जो एक वक्त की रोटी के लिए मारे-मारे फिरते हैं. पेट की यह आग इंसान से क्या कुछ नहीं करवाती है. हम सब दिन रात मेहनत करते हैं और जिंदगी की गाड़ी को खींचते हुए आगे बढ़ते हैं. हमारे समाज में कुछ लोग अपनी मरजी के अनुसार जो कुछ खाना चाहते हैं, वे न सिर्फ खाते हैं, बल्कि...
More »कैदियों के प्रति हो मानवीय नज़रिया--- अवधेश कुमार
उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद जिला जेल में जो कुछ हुआ, उससे देश के आम व्यक्ति के अंदर भय पैदा होना स्वाभाविक है। आम धारणा यही है कि जेल में बंदियों को सख्त सुरक्षा और अनुशासन में रखा जाता है। उसमें अगर बंदी बैरकों से बाहर निकल आएं, प्रांगण में आग लगा दें, छत पर चढ़कर पथराव करने लगें, जेल अधीक्षक और जेलर ही नहीं, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तक को...
More »अवैध बूचड़खाने पर लगाए बैन का असर, चाय बेच रहे हैं मीट व्यापारी
मुजफ्फरनजर। उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर बैन लगने का असर मीट व्यवसायियों पर साफ दिख रहा है। मीट व्यवसायियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से कई मीट दुकान के मालिकान अब चाय बेचने को मजबूर हैं। मुजफ्फरनगर निवासी नजाकत ने बताया कि मेरी मीट शॉप को जबरदस्ती बंद करवा दिया गया, जबकि मेरे पास वैध लाइसेंस था। अब मुझे चाय बेचने को मजबूर होना पड़ा। वहीं, एक अन्य मीट व्यापारी...
More »मांसबंदी:यूपी में आधे से ज्यादा वैध बूचड़खानों पर भी तालाबंदी..
इन दिनों उत्तर प्रदेश सरकार फुल एक्शन में है। प्रशासन बीते पांच दिनों से लगातार अवैध बूचड़खानों को बंद करा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश के आधे से ज्यादा वैध बूचड़खानों को भी अस्थायी रूप से बंद किया गया है। हालांकि, इन्हें बंद करने के पीछे इन बूचड़खानों का दिशा निर्देशों का पालन न करना बताया गया है। यूपी में 44 लाइसेंस बूचड़खानों में 26 को बंद किया गया...
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