जब देश में सूचना के अधिकार का कानून बना तो स्वाभाविक ही इसे पारदर्शिता सुनिश्चित करने के एक बड़े कदम के रूप में देखा गया। नागरिकों के सशक्तीकरण के नाते यह लोकतंत्र संवर्धन की दिशा में भी एक बड़ी पहल थी। इस कानून के चलते अनियमितता और भ्रष्टाचार के बहुत सारे मामले उजागर हुए। लेकिन नौ साल बाद सूचनाधिकार की स्थिति कई तरह से शोचनीय दिखाई देती है। इसकी राह...
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उप्र में नौ शहरों के दूध में मिला डिटर्जेंट
लखनऊ, ब्यूरो। राज्य के कई शहरों में दूध का काला धंधा फल-फूल रहा है। दो दर्जान शहरों से लिए गए नमूनों में से नौ शहरों में डिटर्जेंट मिला दूध पाया गया है। अब खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिलावटी दूध की बिक्री पर अंकुश के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। बारह नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने मिलावटी दूध की बिक्री के खिलाफ सख्त कदम उठाने का...
More »अधर में महिला आरक्षण- संजीव चंदन
अचानक कोई निर्णय नहीं लिया गया तो इस बार शीत-सत्र में भी भाजपा सरकार महिला आरक्षण विधेयक संसद मे पेश नहीं करने जा रही। राज्यसभा में 2010 में ही इसे पास कर लोकसभा के लिए भेज दिया गया था। तब राज्यसभा में विधेयक के पारित होने को इसकी ताकत माना गया था कि अब यह विधेयक जीवित रहेगा। संवैधानिक नियमों के अनुसार राज्यसभा में अगर पेश किए जाने के बाद...
More »दुनिया की एक तिहाई महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार : WHO
जिनीवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रकाशित सिलसिलेवार अध्ययनों के मुताबिक घरेलू हिंसा को रोकने की मौजूदा कोशिशें अपर्याप्त हैं क्योंकि दुनिया भर की एक तिहाई महिलाओं का शारीरिक शोषण होता है. 10 करोड से 14 करोड महिलाएं खतना से पीडित हैं और करीब सात करोड लडकियों की शादी 18 साल की उम्र से पहले अक्सर उनकी मर्जी के खिलाफ कर दी जाती है. अध्ययन में कहा गया है कि...
More »कालेधन के बारे में भारत को 1 फीसदी जानकारी ही है
पेरिस। छह साल पहले जिनेव स्थित एचएसबीसी बैंक के हजारों गुप्त खातों का खुलासा करने वाले बैंक के पूर्व कर्मचारी एर्वे फलचैनी ने कहा है कि काले धन के मामले में भारत को एक फीसदी जानकारी भी नहीं है। वर्तमान में फ्रांस में रह रहे फलचैनी ने कहा कि वह दूसरे देशों की मदद कर रहे हैं और भारत की मदद करने के लिए भी तैयार हैं। एक टीवी चैनल से...
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