संयुक्त राष्ट्र। भारत में पांच वर्ष से कम उम्र के ऐसे बच्चों की संख्या काफी अधिक है जिनका कुपोषण के कारण विकास अवरुद्ध हो गया है। यूनीसेफ की ताजा रपट के अनुसार विकासशील दुनिया में पांच वर्ष से कम उम्र के लगभग 20 करोड़ ऐसे बच्चे हैं जिनका कुपोषण के कारण विकास अवरुद्ध हो गया है। बाल विकास एवं मातृत्व पोषण प्रगति स्थिति रपट के अनुसार बच्चों का विकास अवरुद्ध...
More »SEARCH RESULT
गया में मस्तिष्क ज्वर ने ली 27 बच्चों की जान
गया/ पटना। सूबे के मगध प्रमंडल में मस्तिष्क ज्वर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। हर जिले में मस्तिष्क ज्वर के दर्जनों मरीज मिले हैं। पिछले 50 दिनों में इस मर्ज ने 27 बच्चों की जान ले ली है। इसकी चपेट में ज्यादातर 15 वर्ष की आयु वर्ग के नीचे के बच्चे हैं। गंभीर स्थिति को देख सरकार सतर्क हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव ने डाक्टरों की...
More »जापानी बुखार से हजारों मौतों के बाद गांव वालों की नई पहल
गोरखपुर। पूर्वाचल के गांव वालों का अब सरकार पर से भरोसा उठता जा रहा है। पिछले दो दशक मे इस इलाके में दस हजर से ज्यादा मासूम जापानी बुखार से दम तोड़ चुके हैं। इस बीमारी पूर्वाचल के आधा दजर्न से ज्यादा जिले प्रभावित हैं। इनमें गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, संत कबीरनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर आदि शामिल हैं। नेपाल सीमा से लगे इन इलाकों में पानी का जल भराव काफी समय तक...
More »अब पंचायतों को भी बदलना होगा: जोशी
भीलवाड़ा. केंद्रीय पंचायतीराज मंत्री सीपी जोशी पंचायतों की पूरी व्यवस्था को आधुनिक बनाना चाहते हैं। उनकी कल्पना है पंचायत में भी इंजीनियर और एमबीए जैसी योग्यता वाले युवा कमान संभालें। आईटी के जमाने में अभी चल रही व्यवस्था नाकाम-सी लगने लगी है। डा. जोशी रविवार शाम शहर के इंदिरा गांधी सामुदायिक भवन में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के सामाजिक अंकेक्षण की समीक्षा सभा को संबोधित कर रहे थे।...
More »बीमार फर्टिलाइजर कंपनियों को नहीं मिलेगी सरकारी 'खाद'
नई दिल्ली : घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की उर्वरक इकाइयों के जीर्णोद्धार के एक प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय ने ब्रेक लगा दिया है। सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों के पुनर्गठन के लिए बने बोर्ड (बीआरपीएसई) ने सरकार से उर्वरक इकाइयों को फंड उपलब्ध कराने की मांग की थी जिसे मंत्रालय ने ठुकरा दिया है। बीआरपीएसई के प्रस्ताव के मुताबिक, बीमार उर्वरक इकाइयों को फिर से चालू करने में करीब...
More »