भोपाल। प्रदेश में पिछले साल खराब हुई खरीफ फसलों के लिए हजारों किसानों को पात्र होते हुए भी प्रधानमंत्री फसल बीमा नहीं मिल पाया। सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते प्रभावित किसानों का फसल बीमा दावा ही नहीं बन पाया। दरअसल, राजस्व अधिकारियों ने फसल के बोए क्षेत्र और बीमित क्षेत्र का डाटा दर्ज करने में लापरवाही बरती। नतीजा यह हुआ कि बीमा कंपनियों में इनके दावे ही प्रस्तुत नहीं हो...
More »SEARCH RESULT
उपभोक्ता, प्रतिस्पर्द्धा और अर्थशास्त्र-- पी. चिदंबरम
मुझे जुलाई 2008 का वह दिन याद है जब कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी। मुझे वह दिन भी याद है जब सऊदी अरब के शाह ने तेल की चढ़ती कीमतों के संकट पर चर्चा करने के लिए तेल उत्पादक देशों और तेल खरीदार देशों की बैठक बुलाई थी। मैंने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुआई की थी, जिसमें तब के पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा भी...
More »प्रोत्साहन पैकेज के फायदे -- संदीप बामजई
कृषि, आवास निर्माण क्षेत्र, रेलवे, सड़क, आदि में इस पैकेज के इस्तेमाल से जीडीपी की दर अच्छी हो जायेगी. अगर सरकार अभी पैकेज का ऐलान करती है, तो उम्मीद है कि अगले साल की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च 2018) में हमारी जीडीपी छह प्रतिशत को पार कर सकती है. बीते बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार की नजर अर्थव्यवस्था पर है और...
More »खुले में शौच : 43 परिवारों पर 10 लाख से अधिक का जुर्माना
बैतूल। बार-बार कहने के बाद भी लोगों ने शौचालय नहीं बनाए और खुले में शौच जाना नहीं छोड़ा तो रंभाखेड़ी ग्राम पंचायत ने 43 परिवारों पर 10 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना ठोंक दिया है। ग्रामीणों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जुर्माने की राशि जमा करने के लिए कहा गया है। इसमें एक परिवार पर सबसे ज्यादा 75 हजार रुपए का जुर्माना किया गया है। यह परिवार...
More »सरदार सरोवर : गांव जाते और विस्थापन की बात किए बगैर ही लौट आते थे
रुमनी घोष, इंदौर। 'बांध बनाना जितना मुश्किल था, उससे ज्यादा मुश्किल काम हमारा था। इंजीनियर्स के पास फॉर्मूला था, लेकिन लोगों से उनका ही घर खाली करवाने के लिए हम कौन सा फॉॅर्मूला लगाते। आलम यह था कि 16-17 किमी पैदल, कई जगह नाव से नर्मदा पार कर गांव पहुंचते। दो-तीन दिन रुकते और विस्थापन की बात किए बगैर ही लौट आते। यह सिलसिला ढाई से तीन साल तक चलता...
More »