SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 20

खतरनाक स्तर पर प्रदूषण, धुंध से घिरी दिल्ली

नई दिल्ली। दीपावली के बाद पहली बार राजधानी धुंध की चादर से लिपटी नजर आई। विशेषज्ञ इस धुंध का प्रमुख कारण प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी और हवा की गति में कमी को मान रहे हैं। राजधानी की हवा में प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 तथा पीएम 10 का स्तर कम नहीं होने के कारण बुधवार को लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी सुबह सैर के लिए...

More »

गंगोत्री ग्लेशियर का बिगड़ता मिजाज- ममता सिंह

ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में ग्लेशियरों का पिघलना कोई अचरज की बात नहीं रह गई है। हर साल ग्लेशियरों का दायरा सिकुड़ने और समुद्र की सतह कुछ उठ जाने के आंकड़े आते रहते हैं। मगर उससे भी महत्त्वपूर्ण बात अब तक ग्लेशियरों के बचाव की दिशा में कोई महत्त्वपूर्ण कदम नहीं उठाया जाना है। मौजूदा हालात में सर्वाधिक चिंता का विषय यही है। अभी हाल के वाडिया इंस्टीट्यूट...

More »

एंथ्रोपोसीन मतलब मानव युग -- बिभाष

वैज्ञानिकों के एक वर्ग का मत है कि आइस एज के बाद बारह हजार वर्षों का स्थिर जलवायु का दौर होलोसीन, जिसके दौरान मानव सभ्यताओं का विकास हुआ, अब समाप्त हो चुका है. इस दौर की समाप्ति का कारण है मानव जाति का धरती की जलवायु में जबरदस्त हस्तक्षेप. वैज्ञानिक नये दौर को एक नया नाम 'एंथ्रोपोसीन' देना चाहते हैं. द इकोनॉमिस्ट पत्रिका ने तो वर्ष 2011 में ही...

More »

प्रदूषण से दिल्ली में घटते हैं आपकी जिंदगी के 6 साल

नई दिल्ली। वायु प्रदूषण का हमारी जिंदगी पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रहा है। ताजा खुलासा तो और भी चौंकाने वाला है कि इससे हमारी जिंदगी के छह साल भी कम हो रहे हैं। दिल्ली में हर साल होने वाली दस हजार से लेकर तीस हजार मौतों के लिए यहां का वायु प्रदूषण जिम्मेदार है और पूरे देश में होने वाली कुल मौतों का यह पांचवां बड़ा कारक है। अध्ययन...

More »

जानिए वायु प्रदूषण से कितने साल घट जाएगी आपकी जिंदगी

नई दिल्ली। वायु प्रदूषण का हमारी जिंदगी पर बहुत बुरा असर हो रहा है। ताजा खुलासा तो और भी चौंकाने वाला है कि इससे हमारी जिंदगी के कुछ साल भी कम हो रहे हैं। पुणे स्थित इंडियन इंस्टि ट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मीटिअरॉलजी (IITM) की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदूषण से एक आम भारतीय की जिंदगी के औसत 3.4 साल कम हो रहे हैं। वहीं देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शूमार दिल्ली के...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close