देवघर: संताल परगना के छह जिलों के अलावा गिरिडीह व कोडरमा के गांव-गांव तक गंगा का पानी आयेगा. इस क्षेत्र से पेयजल की समस्या तो दूर होगी ही, किसानों को सिंचाई की सुविधा भी मिलेगी. सोमवार को दिल्ली में केंद्र व झारखंड के जल संसाधन विभाग तथा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की बैठक में 14 हजार करोड़ की इस योजना का अनुमोदन किया गया. यह जानकारी गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे...
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बिहार में फिर एक 'अँखफोड़वा कांड'- मनीष शांडिल्य
बिहार के सुपौल जिले के हांसा गांव में चोरी के आरोप में पकड़े गए एक युवक की आंखों में 'तेजाब' डाले जाने का मामला सामने आया है। ये घटना मंगलवार रात की है जिसमें रंजीत सादा नाम के युवक के साथ ये घटना पेश आई। घटना जिले के किसनपुर थाना अंतर्गत थरबिट्टा कोसी बांध क्षेत्र की है। प्राप्त सूचना के अनुसार मंगलवार रात चोरी के आरोप में पकड़े गए महादलित समुदाय के...
More »उत्तर प्रदेश के इकलौते वेटलैंड में डाल्फिन के अस्तित्व को खतरा
सैफ सुल्तान, बुलंदशहर। बुलंदशहर स्थित उत्तर प्रदेश के एकमात्र वेटलैंड (रामसर साइट) के जलजीवों पर गंगा में बढ़ते प्रदूषण की वजह से खतरा मंडरा रहा है। साथ ही यहां प्रवासी पक्षियों की संख्या में भी लगातार गिरावट आ रही है। बताते चलें कि ब्रजघाट से लेकर नरोरा तक गंगा के 85 किलोमीटर इलाके वाला वेटलैंड आकार के हिसाब से देश का आठवां और उत्तर प्रदेश का इकलौता वेटलैंड (रामसर साइट)...
More »पेयजल का 74 फीसदी हिस्सा सीवर का पानी!
आगरा. आगरा और मथुरा के घरों में आ रहे पेयजल का 74 फीसदी हिस्सा सीवर है। इसे साफ कर ‘जहरीला’ पेयजल के रूप में परोसा जा रहा है। सिंचाई विभाग के रिकॉर्ड से चौंकाने वाली बात सामने आई है। रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले सप्ताह यमुना में दिल्ली चला 101 क्यूसेक पानी मथुरा के...
More »जल विद्युत का तांडव- भरत झुनझुनवाला
केंद्र सरकार समेत सभी पहाड़ी राज्यों की सरकारें देश की सभी नदियों पर जल विद्युत के उत्पादन के लिए बांध बनाने को संकल्पित हैं. इनका मानना है कि इन परियोजनाओं से आर्थिक लाभ ज्यादा है. आर्थिक विकास का दबाव इतना अधिक है कि आर्थिक लाभ के लिए पर्यावरण ही नहीं, कानून को भी ताक पर रख कर परियोजनाएं बनायी जा रही हैं. इसका एक उदाहरण उत्तराखंड में अलकनंदा नदी पर बनायी जा...
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