वे गांव लौटे तो नक्सलवादियों का निशाना बन जाएंगे और यदि राहत शिविरों में रहते हैं तो उन्हें अमानवीय परिस्थितियों के बीच ही बाकी जिंदगी गुजारनी पड़ेगी. सलवा जुडूम अभियान के दौरान बस्तर के राहत शिविरों में रहने आए हजारों ग्रामीण आदिवासी आज त्रिशंकु जैसी स्थिति में फंसे हैं. राजकुमार सोनी की रिपोर्ट कोतरापाल गांव की प्रमिला कभी 15 एकड़ खेत की मालकिन थी, लेकिन गत छह साल से वह अपने...
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विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »दो दशकों की हिंसा में एक लाख अनाथ
श्रीनगर [एशिया डिफेंस न्यूज़ इंटरनेशनल]। संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत बच्चों से संबंधित संस्थान यूनिसेफ ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में गत दो दशकों से जारी हिंसा में अनाथ बच्चों की संख्या एक लाख से भी ऊपर पहुंच गई है और उनकी देखरेख के लिए कोई भी महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाया गया है। कश्मीर मीडिया नेटवर्क के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत कई संस्थान सक्रिय है जो विभिन्न क्षेत्रों...
More »गया में मस्तिष्क ज्वर ने ली 27 बच्चों की जान
गया/ पटना। सूबे के मगध प्रमंडल में मस्तिष्क ज्वर का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। हर जिले में मस्तिष्क ज्वर के दर्जनों मरीज मिले हैं। पिछले 50 दिनों में इस मर्ज ने 27 बच्चों की जान ले ली है। इसकी चपेट में ज्यादातर 15 वर्ष की आयु वर्ग के नीचे के बच्चे हैं। गंभीर स्थिति को देख सरकार सतर्क हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्री नंदकिशोर यादव ने डाक्टरों की...
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