पिछले दिनों तीन गंभीर घटनाएं हुईं. ये घटनाएं हम सबके लिए चिंताजनक हैं, क्योंकि ये संकेत देती हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है. ये घटनाएं बताती हैं कि अविश्वास का भाव कितने गहरे तक जा पहुंचा है. इन घटनाओं से सीधे तौर से हम और आप जैसे आम लोग जुड़े हैं, प्राथमिक रूप से इनसे कोई राजनेता नहीं जुड़ा है. पहली घटना में ईद मनाने के बाद...
More »SEARCH RESULT
थोक महंगाई का आधार वर्ष बदलने की तैयारी
नई दिल्ली। सरकार ने एक बार फिर थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई की दर (डब्ल्यूूपीआइ) का आधार वर्ष बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार अब थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई की दर के आकलन के लिए 2017-18 को आधार वर्ष बनाने जा रही है। सरकार का मानना है कि इससे मुद्रास्फीति की अधिक वास्तविक तस्वीर सामने आएगी। बताया जा रहा है कि वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय ने इस पर...
More »हितों के टकराव और नैतिकता-- वरुण गांधी
साल 1990 की बात है. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के प्रमुख सचिव रहे बीजी देशमुख ने प्रधानमंत्री से पूछा था कि क्या वह सेवानिवृत्ति के बाद एक बड़ी निजी कंपनी में नौकरी कर सकते हैं- उन्होंने दशकों सरकारी नौकरी की थी और चाहते थे कि इजाजत मिल जाये, तो अब बाहर निकलकर कॉरपोरेट भूमिका निभाएं. दरअसल, हितों के टकराव के मुद्दे को स्वाभाविक रूप से भ्रष्टाचार से जोड़कर देखा जाना चाहिए....
More »गैस सब्सिडी में घालमेल, बैंक अकाउंट की बजाए एयरटेल पेमेंट बैंक में पहुंच रही है राशि
सागर/रहली। केंद्र सरकार से मिलने वाली घरेलू गैस सब्सिडी में भारी गोलमाल हो रहा है। उनके गैस कनेक्शन की सब्सिडी उनके बैंक खाते में नहीं आ रही है। जब गैस कंपनी में पड़ताल करते हैं तो पता चलता है कि उनके एयरटेल पेमेंट बैंक ऑनलाइन अकाउंट में उनकी सब्सिडी की राशि जमा हो रही है। लोग असमंजस में है और उन्हें याद भी नहीं कि कभी उन्होंने एयरटेल पेमेंट बैंक...
More »नेट न्यूट्रैलिटीः TRAI ने कहा, ‘टेलीकॉम कंपनियां बगैर भेदभाव के दें एक्सेस
नेट न्यूट्रैलिटी के मसले पर टेलीकॉम रेग्युलेट्री अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने मंगलवार को अपनी सिफारिशें जमा की हैं। नियामक संस्था ने इसमें कहा है कि टेलीकॉम कंपनियां इंटरनेट एक्सेस देने के मामले में भेदभाव नहीं कर सकेंगी। वे किसी भी हालत में इंटरनेट की स्पीड घटा या बढ़ा नहीं सकेंगी। बता दें कि ट्राई की सिफारिशें ऐसे समय पर आई हैं, जब दुनिया भर में नेट न्यूट्रैलिटी पर चर्चा...
More »