शिमला. प्रदेश के करीब एक लाख लोगों को को आईपीएच विभाग ‘जहरीला’ पानी पिला रहा है। राजधानी शिमला में भी करीब ८ हजार लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की 155 पेयजल स्कीमों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट नहीं है। इन पेयजल स्कीमों से करीब 350 बस्तियों को पानी की सप्लाई की जाती है। राज्य की मौजूदा कैबिनेट में तीन-तीन मंत्री देने वाले मंडी जिले में सबसे...
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यहां घर-घर में हैं पीलिया के मरीज
जालंधर. मास्टर ज्ञानचंद राजू के लिए ३१ अक्तूबर, 2010 की तारीख का खास महत्व था, क्योंकि इसी दिन वह शिक्षा विभाग से रिटायर हुए थे। लेकिन 2011 की यही ३१ अक्तूबर की रात परिवार के लिए कभी न भूलने वाली साबित हो गई। जोगिंदर नगर के रहने वाले रिटा. मास्टर ज्ञानचंद राजू की सोमवार रात पीलिया से मौत हो गई। बाबा बुड्ढा जी नगर में पीलिया अभी शांत नहीं हुआ कि इसकी...
More »दूषित पानी का कहर जारी, बीमारों की संख्या में इजाफा
जयपुर। झालाना क्षेत्र में दूषित पानी के कारण बच्चों-महिलाओं समेत कई लोगों के बीमार होने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को भी दो दर्जन लोगों के उल्टी-दस्त व पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पतालों में इलाज करवाया। वहीं दूसरे दिन भी जलदाय विभाग को दूषित पानी का कारण बना लीकेज पाइप लाइनों में नहीं मिला। चिकित्सा विभाग की ओर से भी मरीजों के इलाज के लिए टीम लगाई गई है। सोमवार को...
More »कहीं पेयजल सप्लाई से ही न आ जाए कोई आफत।
आप भी अगर अपना कंठ तर करने के लिए सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल वितरण प्रणाली पर ही निर्भर हैं तो जरा सावधान रहने की जरूरत है। हो सकता है कि किसी असामाजिक तत्व द्वारा आपको होने वाली पेयजल सप्लाई में ऐसी जहरीली चीज मिला दी जाए जो आपके लिए घातक सिद्ध हो। यहां तक कि खुद भी कोई घातक जीव आपकी पेयजल सप्लाई को दूषित कर आपके स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो...
More »पानी, जहर और जीडीपी-- देविंदर शर्मा
इस चिलचिलाती गरमी में पानी का मुद्दा गरमाया हुआ है. जैसे-जैसे तापमान चढ़ रहा है और प्रमुख जलस्त्रोत सूखते जा रहे हैं, दिन-ब-दिन पीने के पानी को लेकर खून बहने लगा है. अपनी रोजमर्रा की जरूरत भी पूरी न होने से गुस्साएं प्रदर्शनकारी सड़कों पर निकल रहे हैं. आने वाले महीनों में, पानी की अनुपलब्धता सुर्खियों में रहने वाली है. जल संकट पिछले 15 सालों से खतरे की घंटी बज रही है,...
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