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खुदरा महंगाई सितंबर में 7.41%, 5 माह का रिकॉर्ड स्तर

सत्य हिंदी, 13 अक्टूबर महंगाई अब फिर से रिकॉर्ड बनाने लगी है। सितंबर महीने के लिए आज खुदरा महंगाई का आँकड़ा आया और यह पाँच महीने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है।  भारत की खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.41 प्रतिशत हो गई है। यह अप्रैल के बाद से सबसे अधिक है। अगस्त महीने में यह 7 प्रतिशत थी। उससे पहले के तीन महीनों में महंगाई कम होती हुई दिखी थी। तब सरकार...

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भारत के नागरिकों की खाद्य सुरक्षा- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और एक देश एक राशन कार्ड योजना- की पड़ताल!

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को 44,762 करोड़ रूपए की अतिरिक्त धनराशी के साथ तीन माह के लिए और बढ़ा दिया गया है. यह योजना 1 अक्टूबर, 2022 से 31 दिसम्बर, 2022 तक की अवधि तक यथावत रहेगी. यह योजना का सातवा चरण है. सातवें चरण तक योजना का कुल खर्च 3.45 लाख करोड़ रूपए से बढ़कर 3.91 लाख करोड़ रूपए हो जाएगा. कोविड महामारी के दौरान गरीब और जरूरतमंद लोगों की...

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फूड इन्फ्लेशन 7.62% और रिटेल मंहगाई दर 7% पहुंची, इंडस्ट्रियल ग्रोथ में भारी गिरावट दर्ज!

गाँव सवेरा, 13 सितम्बर नेशनल स्टैटिक्स ऑफिस द्वारा जारी आंकड़ो के मुताबिक अगस्त में रिटेल महंगाई दर बढ़कर 7 फीसदी हो गई है. वहीं जुलाई में रिटेल महंगाई दर 6.7% थी. एक साल पहले यानी अगस्त 2021 में रिटेल महंगाई दर 5.30 फीसदी थी. खाने-पीने का सामान खास तौर पर दाल-चावल, गेहूं और सब्जियों की कीमतों के बढ़ने की वजह से रिटेल महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है. वहीं अगस्त में...

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सरकार सूखे की घोषणा करे'- बारिश की कमी से जूझ रहे बिहार से गाँव कनेक्शन की ग्राउंड रिपोर्ट

 गाँव कनेक्शन, 29 अगस्त  बिहार के भागलपुर जिले के 41 वर्षीय धान के किसान मुकेश मिश्रा अपने दो बीघा [आधा हेक्टेयर] खेत को निराशा से देख रहे हैं। चकरामी गाँव के मिश्रा ने गाँव कनेक्शन को बताया, "इस साल बमुश्किल बारिश हुई है। भूजल का स्तर भी कम है और मेरे जैसे छोटे किसानों के लिए एक ट्यूबवेल बोरिंग का खर्च उठा पाना आसान नहीं।" उन्होंने कहा, "यह महसूस करते हुए...

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गरीबी और असमानता

[inside] इंडिया में आर्थिक असमानता: “अरबपति राज” में ब्रिटिश राज से भी ज्यादा है असमानता - रिपोर्ट [/inside] इंडिया के भौगोलिक आकार और जनसंख्या, जो अब दुनिया में सबसे अधिक है, को देखते हुए इंडिया में आर्थिक विकास का वितरण विश्व की आर्थिक असमानता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। इसलिए इंडिया में आय और संपत्ति की असमानता को सटीक रूप से मापना अत्यधिक आवश्यक है। हाल ही में वर्ल्ड इनइक्वलिटी डाटाबेस ने...

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