फरीदाबाद. वर्ष 2010 में महिला-पुरुष लिंगानुपात लुढ़कने से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। गर्भ में भ्रूण लिंग जांच करने की शिकायत मिलने पर वीरवार को विभाग की टीम ने लगातार दूसरे दिन प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापे मारने की कार्रवाई को जारी रखा। परिवार जन कल्याण अधिकारी व पीएनडीटी इंचार्ज डॉ. सविता यादव व डॉ. अनूप के साथ अन्य अधिकारियों की टीम ने सेक्टर-29 स्थित कविता मेडिकल सेंटर पर छापा...
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सिकलसेल मरीजों को शुरू होगा मोबाइल क्लीनिक
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सिकलसेल बीमारी से निपटने के लिए मोबाइल क्लीनिक की शुरुआत की जाएगी। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में सिकलसेल मरीजों के उपचार की सुविधा के लिए सिकल सेल मोबाइल क्लीनिक का शुभारंभ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रमन सिंह विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस के अवसर पर आगामी शनिवार 19 जून को यहां के डाक्टर भीमराव अम्बेडकर अस्पताल परिसर में...
More »एक मरीज पर केवल 1.20 रुपए
रायपुर. आंबेडकर अस्पताल को भले ही राज्य का सबसे बड़े सुपर स्पेशलिटी हेल्थ सेंटर का तमगा दिया जाने लगा है, लेकिन मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के नाम पर पुराना सिस्टम ही चल रहा है। गंभीर किस्म की बीमारियों के इलाज की उम्मीद लेकर आने वालों को यह जानकार हैरानी होगी कि यहां एक मरीज पर सरकार रोजाना केवल 1 रुपए 20 पैसे खर्च कर रही है। राज्य शासन ने अस्पताल का बजट 7 करोड़ तय...
More »हिरासत में मौत, रिटायर्ड एसआई को दस साल कैद
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो : 23 साल पहले पुलिस हिरासत में हुए टार्चर के चलते मारे गए व्यक्ति को हाईकोर्ट से इंसाफ मिल गया है। जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस अजीत भरिहोक की अदालत ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर को 10 साल कैद और 55 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। कोर्ट ने कहा है कि उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। पर्किनसन बीमारी से जूझ रहे दिल्ली पुलिस...
More »ये बेहाल सूरतें लेकिन गहरी नींद में है समाज
छपरा [कृष्णकांत]। 'खिलौना जान कर तुम तो मेरा दिल तोड़ जाते हो..।' बहुत दुश्मन दौर के गहरे धंसी टीस का बेतरतीब बयान है यह गीत- फिल्म 'खिलौना' का। गाना मशहूर अभिनेता स्व. संजीव कुमार पर फिल्माया गया था-जो अब रीयल लाइफ में भी कई ऐसे लोगों पर घट रहा है, जिनकी रातें बेचैनियों में कटीं। वे सुखिया नहीं है कि खाते और सोते। दुखिया है इसलिए कि जाग गये, जान गये। अब रो-रो कर असहज...
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