आज शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यावसायीकरण के चलते गरीबों का जीना दूभर होता जा रहा है। आए दिन महंगी शिक्षा का खर्च वहन न कर पाने के कारण गरीब छात्र व्यावसायिक शिक्षा से वंचित हो रहे हैं और हताशा में खुदकुशी कर रहे हैं। इसी तरह अस्पतालों का खर्च न उठा पाने के चलते गरीब असमय मरने को मजबूर हो रहे हैं। दुखद है कि आम लोगों को शिक्षा और...
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पौष्टिक है गोल्डन राइस
दुनिया में खाद्यान्न के बढ़ते संकट की चुनौतियों का उपाय तलाशने में जुटे रिसर्च संस्थानों में शामिल फिलीपींस स्थित इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट यानी ईरी के उप महानिदेशक ऑपरेशंस डॉ. विलियम जी पैडोलिना से संजय मिश्र की बातचीत: -उत्पादन बढ़ने के बावजूद विश्व में खाद्यान्न एक बड़ी समस्या बन गया है। आखिर भविष्य में इसकी पर्याप्त उपलब्धता को लेकर गंभीर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं? यह सवाल उठना लाजिमी है,...
More »झारखंड के 48 गांवों पर बंगाल-बिहार का दावा
रांची झारखंड के 48 गांवों पर पश्चिम बंगाल और बिहार ने दावा ठोक दिया है। पं. बंगाल ने 46 तो बिहार ने दो गांवों पर दावा ठोका है। ये गांव साहेबगंज और राजमहल अंचल के हैं जहां की आबादी करीब 42 हजार है। विशेषज्ञों का कहना है कि गंगा में कटाव के कारण धारा बदलने से इन दोनों राज्यों को भ्रम हो गया है। मालदा व कटिहार जिले के कलक्टरों ने...
More »गरीबी और अमीरी का पैमाना- हर्षमंदर
मई की एक तपती हुई दोपहर को मैं नई दिल्ली में योजना आयोग भवन के सामने एक विचित्र विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ था। प्रदर्शनकारी तख्तियां लहरा रहे थे, जोशोखरोश से नारे लगा रहे थे, लेकिन साथ ही वे देश की शीर्ष योजना निर्मात्री संस्था के सदस्यों के लिए कुछ ‘भेंट’ भी लेकर आए थे। उनकी भेंट ठुकरा दी गईं और प्रदर्शनकारियों की भीड़ को पुलिस ने मामूली झड़प के बाद...
More »बाढ से हाहाकार, प्रदेश के 120 गांवों का जनजीवन अस्तव्यस्त
लखनऊ। बाराबंकी तथा गोण्डा जिले में एल्गिन-चरसड़ी बांध और उसे बचाने के लिए बने रिंग बांध के ध्वस्त हो जाने से बाढ़ की स्थिति में कोई सुधार नहीं है और हालात जस के तस बने हुए हैं जबकि तेजी से बढ रहे घाघरा के जलस्तर से बहराइच जिले के कई गांव बाढ से घिर गये। बाराबंकी जिले के 12 बहराइच के 24 और गोण्डा के 80 गांवों और मजरों में बाढ का पानी...
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