देश के कई हिस्से सूखे की चपेट में हैं. भूमिगत जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है. आलम यह है कि समर्थवान अंगूर व मिर्च की खेती कर रहे हैं, जबकि सामान्य किसान पीने के पानी को भी तरस रहे हैं. साठ के दशक में हरित क्रांति के साथ-साथ देश में ट्यूबवेल से सिंचाई का विस्तार हुआ. गंगा के मैदानी इलाके में पहले भूमिगत जल-स्तर बरसात में 5-6 फुट और...
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किसानों की 500 बीघा जमीन जोतेगी सरकार...
इंदौर। निनोरा का विचार महाकुंभ भले ही समाप्त हो गया, लेकिन सरकार का काम अभी खत्म नहीं हुआ। महाकुंभ की तैयारी के लिए प्रशासन को जितनी तैयारी करनी पड़ी, लगभग उतना ही समय उस जमीन को ठीक करने में देना होगा। दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फरमान के बाद अब किसानों की जमीन मूल स्वरूप में उन्हें लौटाई जाएगी। यहां 60 किसानों की 500 बीघा जमीन को समतल कर दिया...
More »'मास्साब, कछु न कइयो, पढ़बै सो ठीक... न पढ़ै सो ठीक'
छतरपुर से रुमनी घोष। स्कूली परीक्षा में फेल होने पर बच्चों की खुदकुशियों से माता-पिता में खौफ में हैं। इतने खौफ में कि स्कूल पहुंचकर शिक्षकों के सामने गुहार लगाने लगे हैं कि "मास्साब, कछु न कइयो, पढ़बै सो ठीक... न पढ़ै सो ठीक। बस हमाई आंखन के सामने रओ आए।" ऐसे हालात बने हैं बुंदेलखंड में। वही बुंदेलखंड, जहां 12वीं में 75 फीसदी अंक आने के बावजूद 17 वर्षीय...
More »राजस्थान ने सूखे से निपटने के लिए मांगे साढ़े दस हजार करोड
जयपुर। राजस्थान सरकार ने राज्य में सूखे के हालात से निपटने के लिए केंद्र सरकार से 10 हजार 537 करोड रूपए की आर्थिक सहायता की मांग की है। इसके साथ ही पेयजल परिवहन की व्यवस्था कराने की मांग भी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बताया कि राजस्थान में राज्य सरकार अपने अल्प वित्तीय संसाधनों से सूखे एवं पानी की कमी से...
More »भाकपा माओवादी से नाता तोड़ जनकल्याण में जुटा है चिलगू
अपने देश में रत्नाकर और अंगुलीमाल डाकू के बारे में कौन नहीं जानता. इनका हृदय परिवर्तन हुआ, तो साधु बन गये. चंद्रशेखर उरांव उर्फ चिलगू का भी हृदय परिवर्तन हुआ. वह खूंखार उग्रवादी से समाजसेवी बन गया. आज गुमला के भरनो प्रखंड का जिला परिषद सदस्य है. सात साल तक आतंक का पर्याय रहे इस शख्स ने युवाओं को मुख्यधारा से न भटकने देने का संकल्प लिया है. अंकित/सुनील भरनो...
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