आरा : करथ पंचायत भोजपुर जिले के तरारी ब्लॉक में स्थित है और इस इलाके को धान का कटोरा माना जाता है. यहां किसान एक एकड़ में 25 से 30 क्विंटल तक धान उपजा लेते हैं. पिछले खरीफ में भी धान की अच्छी पैदावार हुई. मगर तकरीबन 1500 किसानों के इस पंचायत में सिर्फ 66 किसान अपनी उपज पैक्सों को बेच पाये. यहां यह भी जानना रोचक होगा कि करथ...
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स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए गांव-गांव पिटवाएंगे डोंडी
शाजापुर। गर्मी की छुट्टियों में मध्यान्ह भोजन दिए जाने की योजना में बच्चों की लगातार कम संख्या चिंता का सबब बन गई है। हालत यह है कि स्कूलों में बच्चे कम संख्या में पहुंच रहे हैं। बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए अब गांव-गांव डोंडी पिटवाए जाने के साथ ही अन्य प्रयास भी किए जाएंगे। इस वर्ष जलस्रोतों के जल्दी दम तोड़ने के चलते जिले को सूखाग्रस्त घोषित किया जा चुका...
More »किसानों के अनुभव : समाज को निबटना होगा सूखे से, सरकार के भरोसे नहीं
लगातार दो कमजोर मॉनसून और लापरवाह जल-प्रबंधन के कारण देश में सूखे का संकट उत्तरोत्तर गंभीर होता जा रहा है. देश की करीब आधी आबादी सूखा और जल-संकट की चपेट में है. कई इलाकों में तो दो साल से अधिक समय से यह स्थिति व्याप्त है. अत्यंत गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पलायन को मजबूर हैं. सरकारी तंत्र इस विपदा से निबटने में न सिर्फ...
More »मांडू में 100 हेक्टेयर में बनेगा ग्रास लैंड
धार। वन विभाग तेंदुए के हमले की घटनाएं रोकने और उनकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। इसी के चलते जिले में खासकर वन क्षेत्र मांडू में करीब 100 हेक्टेयर में ग्रास लैंड (घास के मैदान) तैयार किए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग ने प्रस्ताव तैयार करके उच्च स्तर पर भेज दिया है। प्राथमिक आकलन के हिसाब से करीब 40 लाख रुपए खर्च होंगे। इससे घास खाने के...
More »साढ़े सात करोड़ की आबादी में पांच करोड़ गरीब कैसे ? गड़बड़ है : सीएम
इंदौर। 'ग्रामोदय से भारत उदय' अभियान में शामिल होने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के बूढ़ी बरलाई ग्राम पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सरकारी योजनाओं में गड़बड़ी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए सरकार तमाम सुविधाएं जुटा रही है। प्रदेश की जनसंख्या साढ़े सात करोड़ है और पांच करोड़ से ज्यादा लोगों के नाम गरीबी रेखा में जुड़ गए। इतने गरीब कहां...
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