देश में कृषि उत्पादों के भंडारण, ढुलाई, कीट, बीमारियों के चलते हर वर्ष 60 से 80 हजार करोड़ रूपये का खाद्यान्न नष्ट हो जाता है। इसलिए कृषि वैज्ञानिक ऐसे तकनीके इजाद करें जिससे अनाज की पोस्ट हार्वेस्ट क्षति को रोका जा सके। यह चिंता जताते हुए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केएस खोखर ने देश में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए वर्षा पर निर्भर शुष्क क्षेत्रों के लिए विशेष कार्य...
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सरकार ने नहीं दी सुविधा, पसीने से सींचा
गोमो : चैता पंचायत के खेराबेड़ा गांव में किसानों ने पसीना बहा कर बंजर जमीन को उपजाऊ बना दिया है. खेतों में आज सब्जियां लगी है. इन्हीं सब्जियों बाघमारा तथा गोमो की सब्जी मंडियों में बेची जा रही है. किसान रूपक महतो ने बताया कि कैलाश महतो, अर्जुन महतो, फ़ागु महतो, जानकी महतो, किशुन महतो, गंगाधर महतो, वी महतो तथा नारायण महतो मिल कर 17 एकड़ भूमि पर 2001 से सब्जी...
More »महंगी चिकित्सा और मरते गरीब-- भगवती प्रसाद डोभाल
आज के दौर में अलग-अलग रोगों के लिए निजी अस्पतालों की पूरे देश में बाढ़-सी आ गई, पर इनमें इलाज कितना अच्छा हो रहा है, उसकी पड़ताल आवश्यक है। यह भी देखने में आया है कि इन अस्पतालों में इलाज कराना आम जनता के बस की बात नहीं है। दूसरी ओर, सरकारी अस्पतालों की दिनोंदिन खस्ता होती हालत से इलाज के अभाव में गरीब जल्द ही इस दुनिया से विदा...
More »मप्र में दर्ज हुई लाडलियों की संख्या में तेज गिरावट
भोपाल। मौजूदा सरकार भले ही प्रदेश में लाडली लक्ष्मियों को पूज रही है, लेकिन जनगणना के ताजा आंकड़े बताते हैं कि बच्चियों के मामले में प्रदेश में हालात अच्छे नहीं है। प्रदेश में 0 से 6 साल के बच्चों में लिंगानुपात में पिछली जनगणना के मुकाबले 20 अंकों की गिरावट आई है। शहरी क्षेत्रों में तो यह अनुपात 897 पर पहुंच गया है। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब...
More »बिहार से सात गुना अधिक है दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय
नयी दिल्ली/पटना. योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय बिहार में प्रति व्यक्ति आय से सात गुना अधिक है। प्रश्नकाल के दौरान अश्विनी कुमार ने पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि दिल्ली में वर्ष 2010-11 के दौरान प्रति व्यक्ति आय ।,35,814 रुपए थी जबकि बिहार में प्रति व्यक्ति आय 20,069 रुपए थी। उन्होंने बताया कि 11वीं पंचवर्षीय योजना के पहले...
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