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बेकार की आरटीआई से हलकान दिल्‍ली पुलिस

नई दिल्‍ली। दिल्‍ली में कितनी बैलगाडि़यां हैं? कितने हरे पेड़ हैं और कितने पेड़ सूख चुके हैं? दिल्‍ली पुलिस के जवानों ने कितने कप चाय पी है? ये बानगी है उन कुछ बेकार और बेतुके सवालों की, जो सूचना के अधिकार कानून यानी आरटीआई का दुरुपयोग करते हुए दिल्‍ली पुलिस से पूछे गए हैं। वर्ष 2005 में स्‍थापित की गई दिल्‍ली पुलिस की आरटीआई सेल को पिछले पांच वर्षों में एक...

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राबर्ट वाड्रा' जमीन घोटाले की सरकारी फाइल के दो पन्‍ने गायब, RTI से हुआ खुलासा

नयी दिल्‍ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बहुचर्चित जमीन सौदे विवाद में एक बड़ा खुलासा हुआ है. खबर आ रही है कि वाड्रा के जमीन सौदों से जुड़ी सरकारी फाईल के दो पन्ने गायब हो गए हैं, जिन पर अधिकारी के नोट्स थे. वाड्रा के जमीन सौदे पर रोक लगाने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका की आरटीआई के जवाब में हरियाणा सरकार ने कहा है...

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जशोदाबेन के क्या हैं क़ानूनी अधिकार

कई वर्षों से अकेली रह रहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन ने हाल ही में एक आरटीआई दायर कर अपने अधिकारों के बारे में जानकारी मांगी है. हालांकि अभी तक उन्होंने औपचारिक रूप से नरेंद्र मोदी से पत्नी का हक़ नहीं मांगा है लेकिन सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह का कहना है कि अगर वह इसकी मांग करती हैं तो उनके पक्ष में कई क़ानून मौजूद हैं. जयसिंह का...

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जसोदाबेन ने आरटीआई के तहत पीएम की पत्‍नी के नाते अपनी सुरक्षा की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की

महेसाणा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन ने आज महेसाणा पुलिस के समक्ष सूचना का अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत एक अर्जी दाखिल कर उन्हें वर्तमान में दी गई सुरक्षा की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की और यह जानना चाहा कि वह किन सुविधाओं की हकदार हैं. महेसाणा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जे आर मोठालिया ने कहा कि जसोदाबेन जानना चाहती हैं कि जहां तक सुरक्षा के पहलू की...

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बराबरी का फलसफा और हम - गोपालकृष्‍ण गांधी

साम्यवाद का भविष्य। यह भी आज किसी लेख का विष्ाय हो सकता है क्या? कांग्रेस का भविष्य, नेहरू-गांधी परिवार का भविष्य, लोकतांत्रिकता का भविष्य, अल्पसांख्यिकता का भ्ाविष्य, स्वतंत्र विचार, स्वतंत्र लेखन, स्वतंत्र चिंतन का भविष्य, इन सब पर सोच वाजिब और लाजिम है। लेकिन साम्यवाद..? साम्यवाद करके जब कुछ रहा ही नहीं है, उस नाम के दोनों दलों माकपा और भाकपा के जब लोकसभा में सदस्य ही नहीं के बराबर हैं,...

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