साम्बा. आधुनिक युग में मोबाइल, ई-मेल, एसएमएस व फेसबुक जैसे संचार के कई नए-नए माध्यम उपलब्ध है परंतु पुराने समय की एक ऐसी सुविधा भी है जो आज भी अपना विशेष स्थान बनाए हुए है और ऐसी ही सुविधा है डाक सेवा। डाक सेवा आज भी कई लोगों के लिए संचार का महत्वपूर्ण साधन है। खासकर ग्रामीण इलाकों में डाक सुविधा का खासा महत्व है परंतु डाक विभाग की घटती लोकप्रियता...
More »SEARCH RESULT
जाल का जंजाल- विनीत नारायण
जबसे दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइटों पर नकेल कसने की बात की है, तब से इंटरनेट से जुड़े देश के करोड़ों लोगों में उबाल आ गया है। सिब्बल ने इससे पहले इंटरनेट कंपनियों के मालिकों से बात की थी। सरकार ने गुगल, याहू, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक के अधिकारियों से कहा था कि वे अपनी साइटों पर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन...
More »मध्यस्थों और सरकार पर अन्ना ने साधा निशाना, कहा-अनशन तोड़ना मेरा अपना फैसला
मुम्बई. गांधीवादी और वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे अब सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों के माध्यम से अपने समर्थकों से रूबरू होंगे। गांधीवादी ने गुरुवार को जहां अपने नाम से एक ब्लॉग की शुरुआत की वहीं वह फेसबुक और ट्विटर से भी जुड़े। गांधीवादी के इस ब्लॉग का नाम 'अन्ना हजारे सेज' दिया गया है जो अंग्रेजी, हिंदी और मराठी में उपलब्ध होगा और इसे 'अन्ना हजारेसेज डॉट वर्डप्रेस डॉट कॉम' पर देखा...
More »टीम अन्ना का आह्वान, एक हफ्ता देश के नाम
नई दिल्ली। जन लोकपाल के समर्थन में 16 अगस्त से अनशन पर बैठने जा रहे गाधीवादी अन्ना हजारे के सहयोगियों ने अपने समर्थन में देशवासियों को एकजुट करने के लिए धरना प्रदर्शन के साथ साथ साइबर जगत में अपनी मुहिम तेज कर दी है। टीम अन्ना के सदस्य शिवेंद्र सिंह चौहान ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर 'एक हफ्ता देश के नाम' नामक पेज बनाया है। चौहान ने बताया कि ट्यूनीशिया,...
More »सरकार हिली देश हिला...इंटरनेट पर अन्ना का 'जलजला'
विश्वकप में ऐतिहासिक जीत कर देश जिस अंदाज में एकजुट होकर सड़कों पर जश्न मनाने उतरा था ठीक उसी अंदाज में तीन दिन बाद यानी 5 अप्रैल को देश फिर से एक हुआ लेकिन इस बार जश्न मनाने नहीं बल्कि भ्रष्टाचार को मिटाने। जनलोकपाल बिल को लागू कराने के लिए अन्ना हजारे ने पांच अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरु किया और देशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जनआंदोलन खड़ा हो...
More »