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तिलहन उत्पादन 9 फीसदी घटने के आसार

देश में मौजूदा खरीफ सत्र के दौरान तिलहन उत्पादन करीब 9 फीसदी घटकर 136.50 लाख टन रहने की आशंका है। पिछले साल इस मौसम में 150.30 लाख टन तिलहन उत्पादन का अनुमान लगाया गया था। तेल तिलहन पर सेंट्रल आर्गेनाइजेशन आफ ऑयल इंडस्ट्री ऐंड ट्रेड (कोएट) के यहां हालिया राष्ट्रीय सम्मेलन में उद्योग विशेषज्ञों की एक समिति ने यह अनुमान जाहिर किया है। विशेषज्ञों के मुताबिक देश में मौजूदा खरीफ सत्र में...

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बारिश से सोयाबीन की फसल को फायदा, भाव गिरे

हाल में हुई जोरदार बारिश ने अन्य फसलों सहित सोयाबीन को काफी फायदा पहुंचाया है। जिससे मध्य प्रदेश में सोयाबीन का उत्पादन बढ़ने के आसार हैं। इसका सीधा असर सोया तेल और सोयाबीन के दामों में देखने को मिल रहा है। सोया तेल के दाम पिछले दो हफ्तों में दस फीसदी तक गिर गए हैं। पहले बारिश की कमी से फसल को नुकसान होने का अंदेशा था। अगस्त के मध्य...

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आँकड़ों में गांव

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अपने 77वें दौर के सर्वेक्षण के आधार पर 10 सितंबर, 2020  को 'ग्रामीण भारत में परिवारों की स्थिति का आकलन और परिवारों की भूमि जोत, 2019' नामक रिपोर्ट जारी की है. यह रिपोर्ट 1 जनवरी, 2019 से 31 दिसंबर, 2019 के बीच किए गए एनएसओ के 77वें दौर के सर्वेक्षण पर आधारित है. इस अवधि के दौरान एनएसओ द्वारा 45000 से अधिक कृषि परिवारों का...

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कर्ज का फंदा

  राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण की रिपोर्ट [inside]Key Indicators of Situation Assessment Survey of Agricultural Households in India (January, 2013- December, 2013)[/inside] के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य़: http://www.im4change.org/siteadmin/tinymce//uploaded/Situation%20Assessment%20Survey%20of%20Agricultural%20Households%20in%20NSS%2070th%20Round.pdf   --- तकरीबन साढ़े चार हजार गांवों के सर्वेक्षण पर आधारित राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के 70वें दौर की इस रिपोर्ट के अनुसार आंध्रप्रदेश में कर्ज में डूबे किसान-परिवारों की संख्या सबसे ज्यादा((92.9%) है। तेलंगाना के 89.1% किसान परिवार कर्ज में डूबे हैं जबकि तमिलनाडु में कर्ज के बोझ...

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शोध और विकास

खास बात • तेलहन, मक्का,पाम ऑयल और दालों से संबद्ध तकनीकी मिशन को चलते हुए दो दशक गुजर चुके हैं।दाल, पाम ऑयल और मक्का को साल १९९०-९१,१९९२ और १९९५-९६ में इस सिशन के अंतर्गत लाया गया।मिशन के अंतर्गत १९८६ से तेलहन का उत्पादन विशेष रुप से शुरु हुआ और उसमें बढ़ोत्तरी हुई है फिर भी देश में खाद्य तेल की जितनी मांग है उसकी तुलना में देश में तेलहन का उत्पादन कम हो रहा है।.* • दालों का उत्पादन दशकों से ठहराव का शिकार है।इससे संकेत मिलते हैं कि दालों के उत्पादन वृद्धि का...

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