नयी दिल्ली, 15 मार्च (एजेंसी) लोकसभा में आशा कार्यकर्ताओं की आर्थिक बदहाली का मामला उठा और सरकार से उन्हें प्रतिमाह कम से कम तीन हजार रूपये मानदेय दिये जाने की मांग की गई। जनता दल यूनाइटेड के जगदीश शर्मा ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि देश में लाखों आशा कार्यकर्ता बहाल हैं जो केन््रद सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में योगदान देती हैं। इनमें ज्यादातर...
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जमीन खाली कराने पहुंचे बिहार के छोटे सरकार के गुर्गे!
पटना। जदयू के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की नजर सब्जीबाग स्थित बिड़ला मंदिर के बगल स्थित साढ़े 27 कट्ठे के सिल्वन हाउस पर है। यह आरोप सिल्वन हाउस में रह रहे लगभग 25 परिवार लगा रहे हैं। मंगलवार को लगभग छह बड़ी गाड़ियों और आठ-दस मोटरसाइकिल पर 50 से अधिक लोग जमीन खाली कराने पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनलोगों ने सिल्वन हाउस के लोगों के साथ मारपीट भी की। ग्रिल में ताले...
More »अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे जंगल
नयी दिल्ली : दुनिया के करीब सात अरब लोगों को प्राणवायु ( ऑक्सीजन ) प्रदान करनेवाले जंगल आज खुद अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यदि जल्द ही इन्हें बचाने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाये गये तो ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्याएं विकराल रूप ले लेंगी. पटना में लंबे समय से जंगलों को बचाने के लिए काम कर रही संस्था तरूमित्र के प्रमुख फ़ादर राबर्ट ने बताया...
More »देश के इस राज्य में होता है महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार
पटना।राज्य सरकार की नई शराब नीति के खिलाफ राजधानी पटना में वीमेंस नेटवर्क की महिलाओं ने मंगलवार को रेडियो स्टेशन से पटना जंक्शन तक मार्च निकाला। नेटवर्क की सदस्य शैला परवीन ने कहा कि शराब के कारण महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहा है। पहले शराब की उपलब्धता गांवों तक कम नहीं थी, पर सरकार ने वर्ष 2007-08 में नई नीति लाकर गांव-गांव में शराब की भट्ठियां खुलवा दी। उन्होंने कहा कि सरकार शराब...
More »बिहार में सच बड़ा या झूठ?- मणिकांत ठाकुर बीबीसी संवाददाता
बिहार में सूचना का अधिकार, यानी, आरटीआई, क़ानून कथित सरकारी मकड़जाल में फंस कर विवादों में घिर गया है. इस बाबत राज्य सरकार द्वारा प्रचारित 'उपलब्धियों' और जमीनी सच्चाइयों के बीच बड़ा फ़र्क देख रहे आरटीआइ कार्यकर्त्ता आंदोलित हो उठे हैं. बिहार की नीतीश सरकार अपने शासन के सातवें साल से गुजर रही है. कहा जा रहा है कि इस दौरान यहाँ शासन द्वारा बरती गई चालाकियां किस तरह कामयाबियां...
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