नई दिल्ली। एक मई देश की उत्साहजनक विकास दर और शहरीकरण के बीच लाखों बच्चे अपने बचपन को भूल दयनीय स्थिति में मजदूरी करने को विवश हो रहे है। कई गैर सरकारी संगठन इस काम में जुटे हुए है कि बाल मजदूरी से देश व समाज को जल्द से जल्द मुक्त किया जा सकें। तमाम सरकारी नीतियों और गैर सरकारी प्रयासों के बावजूद बाल मजदूरों की संख्या में इजाफा होता...
More »SEARCH RESULT
भारत में रोजगारहीन आर्थिक वृद्धि - आईएलओ की नई रिपोर्ट
जिस भारतीय अर्थव्यवस्था के बूते दक्षिण एशिया में साल 2010 तक आर्थिक-वृद्धि की रफ्तार 9 फीसदी से ज्यादा की रही और अब यानी साल 2011-12 में 7 फीसदी पर जा पहुंची है, उसके बारे में सबसे ज्यादा गौर करने लायक तथ्य क्या है ? अंतर्राष्ट्रीय श्रम-संगठन की नई रिपोर्ट ग्लोबल एम्पलॉयमेंट ट्रेन्डस् का कहना है कि बढ़ोत्तरी का यह कमाल श्रम की उत्पादकता में बढ़वार का नतीजा था ना कि...
More »लेबर की कमी से नहीं हो रही लिफ्टिंग
गेहूं के आगाज के साथ ही मंडी में खरीद प्रबंधों व लिफ्टिंग की पोल खुलने लगी है। जहां खरीद एजेंसियों के पास बारदाना नहीं है, वहीं लेबर की कमी के कारण लिफ्टिंग की समस्या पैदा होने लगी है। मार्केट कमेटी के अनुसार रविवार तक 7.50 लाख क्विंटल गेहूं की आवक अबोहर तहसील की कुल 36 मंडियों में हो चुकी है। मंडियों में रोजाना डेढ़ से दो लाख क्विंटल गेहूं की आवक...
More »आलू के दाम ने निकाला दम, इस साल मामला हो गया उल्टा
रायपुर. आलू के शौकीनों के लिए आने वाले दिन भारी पड़ने वाले हैं। माल की शॉर्टेज से पिछले दो महीने के अंदर ही आलू की कीमत दोगुनी हो चुकी है। रेट बढ़ने का सिलसिला खत्म नहीं होने वाला। अगले दो से तीन हफ्तों के अंदर इसकी कीमत 14 रुपए से बढ़कर 18-20 रुपए किलो तक पहुंचने की संभावना है। कीमतों में इतनी तेजी की वजह आलू का स्थानीय उत्पादन जरूरत से बहुत कम...
More »झारखंड: संगीनों पर सुरक्षित गांव- चंद्रिका की रिपोर्ट
यह उन लोगों की कहानियां हैं, जो आजादी, इंसाफ और शांति के साथ जीना चाहते हैं. अपने गांव में खेतों में उगती हुई फसल, अपने जानवरों, अपनी छोटी-सी दुकान और अपने छोटे-से परिवार के साथ एक खुशहाल जिंदगी चाहते हैं. लेकिन यह चाहना एक अपराध है. अमेरिका, दिल्ली और रांची में बैठे हुक्मरानों ने इसे संविधान, जनतंत्र और विकास के खिलाफ एक अपराध घोषित कर रखा है. उनकी फौजें गांवों...
More »