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क्या भारत किसी महामारी के कगार पर खड़ा है?-- सौतिक बिस्वास

देश में हर दूसरे दिन वायरल बुखार से लोगों के ग्रस्त होने की ख़बरें आ रही हैं. हर रोज़ कोई शहर, कस्बा या गांव इसकी चपेट में आ रहा है. हर जगह लोग बीमार होते नज़र आ रहे हैं जहां राजधानी दिल्ली चिकुनगुनिया के कहर से जूझ रहा है तो वहीं हरियाणा मलेरिया के बुखार से तप रहा है. दक्षिण की बात करें तो बंगलुरू इन दोनों ही बीमारियों से जूझ रहा...

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महंगाई व विकास में संतुलन की चुनौती-- अश्विनी महाजन

रिज़र्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन के स्थान पर चार सितंबर से उर्जित पटेल ने रिज़र्व बैंक गवर्नर का कार्यभार संभाला है। रघुराम राजन के कार्यकाल के अंतिम 6 माह, विवादों से भरे रहे। नए गवर्नर उर्जित पटेल, अभी तक रिज़र्व बैंक के डिप्टी गवर्नर और पूर्व गवर्नर के सहयोगी तो रहे ही, साथ ही मौद्रिक नीति के बारे में उनकी राय, रघुराम राजन से मेल खाती है। मुद्रा स्फीति को...

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जनधन योजना-एक प्रतिशत खातों को भी नहीं नसीब ओवरड्राफ्ट

जनधन योजना के तहत खुले 24.27 करोड़ खातों में से एक प्रतिशत को भी ओवरड्राफ्ट की सुविधा नहीं नसीब है। दो साल पूरे कर चुकी योजना में महज 21.58 लाख लोगों को करीब 289 करोड़ रूपये का ओवरड्राफ्ट मिला है, जो औसतन 1300 रूपये के करीब है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरूआत करते वक्त कहा था कि खाताधारक को बैंक से 5000 रुपये तक का कर्ज...

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असमानता की जड़ें-- सतीश सिंह

सरकार चाहती है कि देश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर हो, लेकिन वह बैंकों की सेहत सुधारने की दिशा में ठोस पहल नहीं कर रही है। मजबूत अर्थव्यवस्था की रीढ़ बैंकिंग क्षेत्र को माना गया है। अर्थव्यवस्था को बैंकों की मदद से ही संतुलित रखा जा सकता है। बैंकों की सकारात्मक भूमिका के बिना वित्तमंत्री देश के विकास के सपने को साकार नहीं कर सकते हैं। संपत्ति शोध कंपनी ‘न्यू...

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महिला सशक्तिकरण की नई इबारत लिखेंगे बैंक

बैंकों के जरिये "राजनीति" करना कोई मोदी सरकार से सीखे। पहले हर घर में एक बैंक खाता और उसके बाद छोटे उद्यमियों को कर्ज देने की स्कीम लागू करने के बाद बैंकों के माध्यम से सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए एक बड़ी मुहिम शुरू करने जा रही है। देश में महिला उद्यमियों की संख्या काफी कम होने और देश के कुल कर्जदारों में महिलाओं की बेहद कम संख्या को देखते...

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