नयी दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दामों में बुधवार मध्यरात्रि से दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई जिसमें स्थानीय कर शामिल नहीं है. इस महीने पेट्रोल और डीजल के दामों में तेल कंपनियों द्वारा दूसरी बार कटौती की गई है. बहरहाल, राष्ट्रीय राजधानी में वैट (मूल्यवर्धित कर) दर में वृद्धि की वजह से पेट्रोल और महंगा हो जाएगा. हालांकि पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम...
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10 लाख उपभोक्ताओं ने छोड़ी एलपीजी सब्िसडी
नई दिल्ली। एलपीजी सब्सिडी छोड़ने को प्रेरित करने के लिए चलाए जा रहे अभियान का असर देखने को मिल रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की तीन ऑयल कंपनियों में अभी तक करीब 10 लाख उपभोक्ताओं ने एलपीजी की सब्सिडी छोड़ दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब तीन महीने पहले "गिव इट अप" अभियान लॉन्च किया था। इसके बाद मोदी खुद कई वीआईपीज को फोन कर सब्सिडी छोड़ने को कहा था। उनकी...
More »क्या ऐसे ही होगा आर्थिक विकास-- परंजय गुहाठाकुरता
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने हाल ही में 10 फीसदी की आर्थिक विकास दर को मुमकिन बताया है। इसके लिए उन्होंने सरकार की ओर से हो रहे आर्थिक सुधारों, नीतिगत बदलावों, बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में धन का प्रवाह बढ़ाने पर भरोसा जताया। साथ ही, अच्छे मानसून की उम्मीद भी उन्होंने जाहिर की। मगर, सवाल यह है कि क्या यह इतना आसान होगा। यह अचानक नहीं है कि वित्त मंत्री...
More »एक फीसदी से भी कम लोगों ने छोड़ी एलपीजी सब्सिडी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब तीन माह पहले लोगों से रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) सब्सिडी छोड़ने का आह्वान किया था, लेकिन अभी तक मात्र 0.35 फीसदी लोगों ने ही एलपीजी सब्सिडी छोड़ी है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में पिछले सप्ताह हुई समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि अभी तक 15.3 करोड़ एलपीजी उपभोक्ताओं में से मात्र 5.5 लाख ने ही स्वैच्छिक तरीके से एलपीजी सब्सिडी लेना...
More »जीएसटी : एक अहम सुधार में हो रही गड़बड़ी - जयराम रमेश
जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर संबंधी संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा में पारित होने के बाद राज्यसभा की स्थायी समिति को सौंप दिया गया है। जीएसटी वास्तव में अप्रत्यक्ष कराधान की संरचना में बेहद अहम सुधार वाला कदम है और यह समेकित राष्ट्रीय आम बाजार की रचना में मदद करेगा। इससे उपभोक्ताओं को कम कीमत में सामान मिल सकते हैं। उद्योग और व्यापार के लिए निश्चित रूप से यह ज्यादा...
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