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महंगाई पर सरकार का वही पुराना राग

नई दिल्ली।। लोकसभा पर महंगाई के चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि डिमांड और सप्लाई में अंतर के कारण महंगाई बढ़ी है। उन्होंने कहा कि नरेगा जैसी योजनाओं से लोगों की क्रय क्षमता बढ़ गई है। वित्त मंत्री के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नजर नहीं आया। महंगई पर चर्चा की शुरुआत करने वाले बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि...

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महंगाई पर वोटिंग के तहत बहस से डरी सरकार

नई दिल्ली।। संसद के मॉनसून सेशन के दूसरे दिन बीजेपी सहित कई विपक्षी पार्टियों ने मंहगाई के मुद्दे पर नियम 184 के तहत बहस की मांग पर अड़ गई है। दूसरी तरफ सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा और एनडीए के संयोजक शरद यादव ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को अर्जी देकर आग्रह किया है कि मंहगाई के मुद्दे पर सदन में नियम 184 के तहत बहस...

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बीजेपी करेगी येदयुरप्पा को डंप

नई दिल्ली/ बेंगलुरु।। भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर आक्रामक होने के लिए बीजेपी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदयुरप्पा को विदा करने का मन बना लिया है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने येदयुरप्पा से इस मसले पर बात की है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह आलाकमान का फैसला मानेंगे। कर्नाटक से पार्टी के दूसरे बड़े नेता अनंत कुमार, राज्य के पंचायत मंत्री जगदीश शेट्टार और प्रदेश...

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टीम अन्‍ना भी गई नेताओं की शरण में, समर्थन के लिए आडवाणी से मुलाकात

नई दिल्ली. भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए असरदार लोकपाल विधेयक लाने की मांग कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की टीम ने इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों से मुलाकात शुरू कर दी है। शुक्रवार को इस सिलसिले की शुरुआत करते हुए टीम अन्ना के सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल, किरन बेदी और मनीष सिसोदिया ने देश की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात...

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लोकपाल विधेयक-- 15 नहीं 16 अगस्त का इंतजार- पु्ण्य प्रसून वाजपेयी

जन लोकपाल अगर सरकारी लोकपाल नहीं हो सकता और सरकारी लोकपाल का मतलब अगर भ्रष्टाचार का लाइसेंस सरकार के ही पास रखनेवाला है, तो फ़िर अन्ना हजारे का आंदोलन भी अब महज भ्रष्टाचार के खिलाफ़ मुनादीवाला नहीं हो सकता. क्योंकि सिविल सोसाइटी के लिए जो मुद्दे भ्रष्टाचार के घेरे में आते हैं, सरकार के लिए वह संसदीय व्यवस्था का तंत्र है. शायद इसीलिए पहली बार लोकतंत्र के तीनों पाये चेक एंड बैलेंस...

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