जयपुर। वेदांता समूह ने वर्ष 2011 में देश में सामाजिक विकास की परियोजनाओं के लिए करीब 500 करो़ड रूपये का बजट निर्धारित किया है। समूह ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उ़डीसा के ग्रामीण इलाकों के 1,20,000 से ज्यादा गरीब बच्चाों को पोषण आहार उपलब्ध कराने के लिए 3,000 आंगनव़ाडी केंद्रों को गोद लिया है। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा, ""समूह अपनी वेदांता आंगनव़ाडी योजना, मध्यान्ह भोजन और कम्प्यूटर शिक्षा...
More »SEARCH RESULT
आएगा सोने सरीखा चावल
लुधियाना [बिंदु उप्पल]। अब चावल पेट ही नहीं भरेगा, ताकत भी देगा। फिलीपींस में ईजाद धान की एक किस्म का उत्पादन अपने देश में भी होगा। भारतीय कृषि वैज्ञानिक इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसमें उनको सफलता भी मिली है। इस किस्म का नाम गोल्डन राइस है। इसका चावल गरीबों का ठोस आहार बन सकेगा। इसमें आयरन, जिंक व विटामिन ए जैसे पौष्टिक तत्वों की प्रचूर मात्रा है। इस...
More »ग्लोबल वार्मिंग से चावल का उत्पादन घटा, भूख से मारेगी बढ़ती गर्मी
नई दिल्ली. धरती के बढ़ते तापमान (ग्लोबल वार्मिंग)के जो भी बुरे नतीजे होने वाले हैं, उनमें एक और बुरी चीज जुड़ गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के तापमान में हो रही बढ़ोतरी की वजह से एशियाई देशों में चावल की पैदावार लगातार घट रही है। एशिया चावल का प्रमुख उत्पादक देश है। यहां के लोगों का मुख्य अनाज भी चावल है। चावल की कमी के...
More »ग्रामीण बच्चों में खून की कमी
ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों में खून की कमी गंभीर समस्या के रूप में उभर कर सामने आ रही है। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों का मेडिकल चेकअप किया है। इसमें 0 से 6 साल तक के करीब साढ़े 15 हजार बच्चों को शामिल किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की इस मेडिकल रिपोर्ट में 833 बच्चे एनीमिया से ग्रस्त पाए गए हैं। इसके अलावा ढाई हजार से...
More »दाल से टूटता रोटी का नाता
नई दिल्ली [रमेश दुबे]। दलहनों की पैदावार बढ़ाने के लिए लगभग दो दर्जन योजनाओं की असफलता के बाद केंद्र सरकार ने सीधे किसानों को ज्यादा कीमत देने की रणनीति अपनाई है। इसके तहत दलहनी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी बढ़ोत्तरी की गई है। जहा अरहर के समर्थन मूल्य में सात सौ रुपये की वृद्धि की गई है, वहीं मूंग में 410 रुपये तथा उड़द में 380 रुपये की...
More »