SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 706

सरकारी स्कूलों में अंगरेजी -- मृणाल पांडे

उत्तराखंड की सरकार अपने सभी 13 जिलों के 18,000 प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा का माध्यम हिंदी से बदल कर अंगरेजी करने जा रही है. तुरंत प्रभाव से यह प्रयोग पहले दर्जा एक से शुरू होगा और धीरे-धीरे इसे सभी कक्षाओं में लागू किया जायेगा. तर्क यह दिया गया है कि आज के भारत में दवा के नुस्खों से लेकर अदालती व वित्तीय कामकाज तक समझना अंगरेजी न जाननेवालों के लिए...

More »

ओरमांझी : एक और किसान ने तंगी व बीमारी से परेशान होकर खाया जहर, अस्पताल में दम तोड़ा

ओरमांझी : राजधानी रांची में एक और किसान ने आत्महत्या कर ली. ओरमांझी थाना क्षेत्र के विजांग गांव का रहनेवाला राजदीप नायक (32) बीमारी और आर्थिक तंगी से परेशान था. इन्हीं परेशानियों से तंग आकर गुरुवार को उसने कीटनाशक खा लिया था. पहले से अार्थिक तंगी की मार झेल रहे परिजनों ने किसी तरह पैसों की व्यवस्था कर उसे इरबा स्थित मेदांता अस्पताल में भरती कराया था. पर डॉक्टर राजदीप...

More »

जैविक खेती की मौन क्रांति-- बाबा मायाराम

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक छोटा सा कस्बा है गनियारी। यहां का जन स्वास्थ्य सहयोग अस्पताल है जहां बीमारी के इलाज के साथ उसकी रोकथाम पर जोर दिया जाता है। स्वस्थ रहने के लिए लोगों को अच्छा भोजन मिले इसके लिए कृषि कार्यक्रम चलाया जा रहा है।   बिलासपुर जिले के कई गाँवों में किसान जैविक खेती से धान पैदावार बढ़ा रहे हैं। जब वर्ष 2000 में जन स्वास्थ्य सहयोग...

More »

दो रोटी से खुलेगा खाता, गरीबों को फ्री मिलेगा खाना

आनंद दुबे, भोपाल । अमूमन बैंकों में रुपए का ही लेन-देन होता है, लेकिन राजधानी में जल्द ही 'रोटी'बैंक खुलने वाला हैं। इसमें दानवीर दो रोटी या उनकी न्यूनतम कीमत 10 रुपए जमा करके अपना खाता खुलवा सकते हैं। बैंक में जमा रोटियां (गर्म सब्जी के साथ)जरुरतमंदों को मुफ्त में मिलेंगी। शहर के न्यूमार्केट क्षेत्र में प्रदेश का पहला और अनूठा बैंक 15 अगस्त-17 से प्रस्तावित है।   नादरा बस स्टैंड के...

More »

क्यों धैर्य खो रहे हैं किसान-- संजीव पांडेय

महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में किसान उग्र हो गए हैं। दोनों राज्यों में किसान आंदोलन हिंसक हो गया। मध्यप्रदेश में पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई। यह घटना पूरे देश के लिए चेतावनी है क्योंकि किसानों ने अब शांतिपूर्वक आंदोलन के बजाय हिंसक रास्ता अख्तियार कर लिया है। कर्ज के बोझ तले दबे किसान फसलों की संतोषजनक कीमत न मिलने के कारण सड़कों पर उतर आए। सरकार की...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close