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एक साल बाद भी नहीं मिली मनरेगा की मजदूरी

भोरंज. कक्कड़ पंचायत में एक गरीब रोशनलाल पिछले एक साल से अपनी मनरेगा की मजदूरी लेने के लिए पंचायत कार्यालय के चक्कर काट रहा है। सरकार की तरफ से धनराशि एकमुश्त जारी होने के बावजूद अदायगी नहीं हुई है। इससे पंचायत की कार्य प्रणाली पर सवाल उठता है। क्या है मामला साही दा घाट गांव के रोशन लाल ने बताया कि गत वर्ष कक्कड़ पंचायत के वार्ड-2 तथा 3 में मनरेगा के तहत दो कुओं...

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बीड़ी पत्ते में धुआं-धुआं ज़िंदगी -- सारदा लहांगीर

“छो...छोको भूंजी लोक पतर तुड़ले लागसी भोक....” ( हम लोग गरीब भुंजिया आदिवासी, पत्ता तोड़ते हुए भूख लगती है ) नुआपाडा जिले के सीनापाली गांव में रहने वाली 55 वर्षीय पहनी मांझी को जंगल में तेदूपत्ता तोड़ते हुए जब भूख लगती है तो वो अपना ध्यान बंटाने के लिए यहीं उड़ीया लोकगीत गुनगुनाती हैं. तेंदूपत्ता अप्रैल और मई महीने की चिलचिलाती धूप में जब हम अपने वातानुकुलित कमरे में बैठे आराम फरमा...

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मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी न मिलने से रोष

सुंदरगढ़: टांगरपाली ब्लाक के अन्तर्गत विभिन्न गांवों में महात्मा गांधी निश्चित ग्रामीण रोजगार योजना, मनरेगा में नियोजित ग्रामीणों को सही वक्त पर मजदूरी न मिलने से उनमें रोष देखा जा रहा है। इसके प्रति ब्लाक प्रबंधन की ओर से भी ध्यान न देना आश्चर्य का विषय बना हुआ है। टांगरपाली ब्लाक के अन्तर्गत महुलपाली, तसलाडीही, रेमणा, उज्जवलपुर तथा टांगरपाली पंचायत में मनरेगा योजना के तहत विभिन्न विकास परियोजनाओं का काम हुआ...

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मेहनतकश की मजदूरी का सवाल : हर्ष मंदर

‘खेतों और फैक्टरियों में काम करने वाले हर मजदूर और कामगार को कम से कम इतना अधिकार तो है ही कि वह इतनी मजदूरी पाए कि अपना जीवन सुख-सुविधा से बिता सके..।’ वर्ष 1929 के लाहौर अधिवेशन में अध्यक्षीय भाषण दे रहे जवाहरलाल नेहरू ने यह बात कही थी। इसके नौ दशक बाद स्वतंत्र भारत की केंद्र सरकार ने कहा कि लोककार्य के लिए कानून द्वारा स्थापित न्यूनतम मजदूरी का भुगतान...

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मनरेगा: पात्रों मजदूरों को नहीं मिल रहा लाभ

मरदह (गाजीपुर): कांग्रेस पार्टी के तत्वावधान में मनरेगा की चौपाल शुक्रवार को बेलसड़ी में लगी, जिसमें पीसीसी सदस्य डा. राणाविजय राजभर ने कहा कि मनरेगा के क्रियान्वयन में की जा रही धांधली के कारण पात्र मजदूरों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। सिऊरा राजभर बस्ती की महिलाओं की जान मात्र छह किग्रा आलू के लिए मजदूरी करने जाते वक्त हो गयी जबकि मनरेगा के तहत 120 रुपया मजदूरी का...

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