एक ओर मामूली चोरी के आरोप में देश भर की जेलों में हजारों कैदी बरसों से सड़ रहे हैं, दूसरी तरफ जनता को अरबों रुपए का चूना लगाने वाले कॉरपोरेट जगत के सफेदपोश अपराधी छुट््टा घूम रहे हैं। खुली अर्थव्यवस्था का यह कड़वा सच जगजाहिर है। इस सच के साथ कुछ अपवाद भी जुड़े हैं। ‘सत्यम कंप्यूटर्स' के संस्थापक और उसके पूर्व प्रमुख बी रामलिंग राजू का मामला अपवाद की...
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'कुछ दिन और पानी में रहे तो हम भी गजेंद्र हो जाएंगे'
ओंकारेश्वर। हम हमारा अधिकार मांग रहे हैं... मेरी जमीन पर मूंग की फसल बोई थी, यहां पानी भर दिया है। अब मैं क्या करुं कुछ समझ में नहीं आ रहा। कुछ दिन और पानी में रहे तो हम भी गजेंद्र हो जाएंगे। यह दर्द भरी बात घोघलगांव जल सत्याग्रह के 16वें दिन आंदोलनकारी रमेश कड़वाजी ने कही। उन्होंने कहा कि मैं बाकी किसी की बात नहीं करता। मेरे खेत का मुझे...
More »नेपाल सरकार ने जताई 10000 से ज्यादा मौतों की आशंका
नई दिल्ली। नेपाल में भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के लिए चलाए जा रहे हवाई अभियान को खराब मौसम के कारण रोकना पड़ा है। भारी बारिश और तूफान के कारण काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। भारत से राहत सामग्री लेकर जा रहे विमानों को वापस लौटना पड़ा है। इन विमानों को दिल्ली और इलाहाबाद एयरबेस पर लैंड कराया गया है। इसी बीच नेपाल में भूकंप...
More »छत्तीसगढ़ के स्कूल में किताब की जगह टैबलेट से होगी पढ़ाई
दिलीप साहू, रायपुर। रायपुर जिले का एक सरकारी स्कूल ऐसा है, जहां छात्र कापी-किताब से नहीं, बल्कि 'टैबलेट' से पढ़ाई करेंगे। नए शिक्षण सत्र से शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल मांढर, रायपुर में मिडिल स्कूल से लेकर हायर सेकंडरी कक्षाओं के सभी बच्चे 'टैबलेट' से पढ़ाई करेंगे। टैबलेट यानी 'ई-रीडर' में किताब और कापी दोनों सुविधा होगी। अमेरिका की तरह मांढर स्कूल के बच्चे बगैर बस्ते के केवल टैबलेट लेकर स्कूल जाएंगे।...
More »छत्तीसगढ़ में करोड़ों का जलाशय, खेत में नहीं बूंद भर पानी
कोरबा (निप्र)। करोड़ों की लागत से जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित बताती जलाशय की उपयोगिता शून्य ही साबित हो रही है। तकनीकी गुणवत्ता के अभाव में जलाशय में जल भराव संभव नहीं होने के कारण जलाशय की प्यास वर्षों से नहीं बुझ सकी है। जल भराव के अभाव में क्षेत्र के किसान न तो रबी फसल ले पा रहे हैं और न ही इसकी उपयोगिता खरीफ फसल में किसानों के लिए...
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