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3 दशक बाद दुर्गावती जलाशय परियोजना में कार्य शुरू

सासाराम| तीन दशकों से लंबित पड़ी बिहार की सबसे बड़ी समझी जाने वाली रोहतास और कैमूर जिले की सीमा पर स्थित दुर्गावती जलाशय परियोजना का बुधवार से एक बार फिर कार्य प्रारंभ हो गया। इस मौके पर राज्य के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बहुप्रतीक्षित दुर्गावती जलाशय परियोजना में काम प्रारंभ हो गया है और इस परियोजना को अगले दो वर्ष में पूरा कर लेने की...

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क्यों गायब हो रहे हैं छोटे किसान - सुभाष चंद्र कुशवाहा

आर्थिक उदारीकरण में खेती-किसानी को कहीं भी महत्व नहीं दिया जाता। लेकिन भारत में कृषि नीति के प्रति सरकार की लगातार उदासीनता इसलिए घातक है कि सेवा क्षेत्र के विकास के बावजूद कृषि क्षेत्र आज भी अर्थव्यवस्था की धुरी है। यह हताशाजनक ही है कि सरकार बजट-दर-बजट खेती-किसानी को घाटे का सौदा साबित करने पर तुली है। बाहरी दबावों और कॉरपोरेट हितों के लिए कृषि क्षेत्र को तबाह करने का...

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गंगा की निर्मलता के लिए वाराणसी बंद

गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के मुद्दे को लेकर मंगलवार को वाराणसी बंद और महाकुम्भ का आयोजन किया गया है। इस मौके पर विभिन्न धर्मो और वर्गों के लोग घाटों पर एकत्र होकर गंगा के प्रति अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। वाराणसी के सभी बाजार, विद्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान, अदालत, निजी दफ्तर लगभग बंद हैं। हजारों की संख्या में स्थानीय लोग गंगा को बचाने के लिए महाकुम्भ में शामिल होकर...

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विज्ञान का लोकतांत्रिक चेहरा- वंदना शिवा

हाल ही में साइंस पत्रिका को दिए एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बताया था कि देश में विज्ञान के विकास के लिए दो तकनीकों पर ध्यान देना जरूरी है- पहला कृषि में जीई (जेनेटिक इंजीनियरिंग) बीज और फसल का उपयोग तथा दूसरा परमाणु ऊर्जा। दुर्भाग्य से, हमारी अर्थव्यवस्था की उन्नति के लिए ये दोनों ही तकनीकें खतरनाक हैं। तब प्रधानमंत्री ने गैरसरकारी संगठनों पर भी उंगली उठाते हुए कहा...

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क्या इनका हश्र भी निगमानंद जैसा होगा?- मनोज रावत और महिपाल कुंवर की रिपोर्ट

गंगा को बचाने के मुद्दे पर प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का आमरण अनशन निर्णायक दौर में पहुंच गया है. क्या केंद्र सरकार समय रहते जागेगी? मनोज रावत और महिपाल कुंवर की रिपोर्ट राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के तीन सदस्यों के इस्तीफे ने एक बार फिर गंगा को स्वच्छ करने की महत्वाकांक्षी कवायद पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 2008 में जब इस प्राधिकरण की स्थापना हुई थी तो लगा था कि मैली...

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