पिछले कुछ समय से देश के विभिन्न भागों में आरक्षण की मांग लगातार उठ रही है. परंपरागत रूप से समृद्ध समझे जानेवाले वर्ग भी आज पिछड़ा कहलाने की होड़ में हैं. हरियाणा के समृद्ध जाट, दुनिया के हर हिस्से में फैले गुजरात के मेहनतकश पटेल, कभी जमींदार रहे आंध्र प्रदेश के कप्पू , गौरवशाली अतीत वाले मराठा और कभी राजसी ठाठ-बाट के मालिक रहे उत्तर प्रदेश और राजस्थान के...
More »SEARCH RESULT
UPSC परीक्षा पास कर बोले अंसार अहमद- मैं शेख हूं, शुभम नहीं....
दो दिन पहले जारी हुए यूपीएससी परीक्षा 2015 के परिणाम में महाराष्ट्र के जालना के 21 साल के अंसार अहमद शेख ने पहले ही प्रयास में 361वीं रैंक हासिल की। अंसार के पिता ऑटो चलाते हैं। जालना जिले के शेडगांव के रहने वाले अंसार को पुणे में मुस्लिम नाम की वजह से किराए का घर नहीं मिला था। इसके चलते उन्होंने नाम बदलकर शुभम रखा था। इंडियन एक्सप्रेस ने यह...
More »सपनों से परे-- मनोज कुमार
एक अबोध मन की कल्पना इस दुनिया की सबसे सुंदर रचना होती है। कभी किसी छोटे-से बच्चे को निहारिए। वह सबसे बेखबर अपनी ही दुनिया में खोया होता है। जाने वह क्या देखता है! अनायास कभी वह मुस्करा देता है तो कभी भयभीत हो जाता है। कभी खुद से बात करने की कोशिश करता है तो कभी वह सोच की मुद्रा में पड़ जाता है। तब उसे यह नहीं पता...
More »बुंदेलखंड-- भूख से कराह रहे सहरिया परिवार
सूखा क्या पड़ा, जैसे सहरिया परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। खेतों में कटाई कर उसमें गिरे-पड़े दानों को बीनकर और मेहनत-मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करने वाला सहरिया समुदाय सूखे की जबरदस्त मार झेल रहा है। किसी ने खाने को दे दिया तो ठीक है, नहीं तो वह खाली पेट सोने को मजबूर हो जाते हैं। ग्राम पंचायत छपरट की सहरिया बस्ती के हालात यह हैं कि यहां के...
More »भुखमरी क्यों न हो जब कैदी को रोज 700 ग्राम आटा मिले और गरीब को पाव भर भी नहीं- विनय सुल्तान
हर शहर की अपनी अलग तासीर होती है. इसके बावजूद हर शहर एक तरह से ही उठता है. बिल्कुल इंसान की तरह ही. मंदिर में घंटों की आवाज और अजान के बीच थोड़ा अलसाया सा. ललितपुर में भी छह मई की सुबह ऐसी ही रही होगी. चाय की गुमटियों पर अखबार ताजा से बासी हो जाने की सनातन यात्रा के बीच कस्बे के कृष्णा सिनेमा के पास से गुजरते लोग अचानक...
More »