बीजापुर(निप्र)। अंतिम गांव और अंतिम मकान तक विकास के सरकारी दावे महज कागजों और दिवारों तक ही सिमट कर रह गए हैं। बीजापुर जिले में आज भी दर्जनों गांव ऐसे हैं जो सरकार की पहुंच से कोसों दूर हैं इन्ही गांवों में रेडडी, चिन्ना जोजेर, पेददा जोजेर, कमकानार, चोखनपाल और पुसनार जैसे गांवों भी शामिल हैं। जहां सरकार तो क्या सरकार का कोई नुमाइंदा भी पिछले बीस वर्षों से नहीं पहुंच...
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महिलाओं में आयोडीन की कमी पूरी करेगी 'आयोडीन बिंदी'
महज एक बिंदी अब महिलाओं में आयोडीन की कमी पूरी कर उन्हें थॉयरॉइड जैसी समस्याओं से दूर रख सकेगी। उत्तर पश्चिमी महाराष्ट्र की आदिवासी महिलाओं में आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए उन्हें आयोडीन युक्त बिंदियां बांटी जा रही हैं। पिछले माह नासिक और अहमदनगर की आदिवासी महिलाओं को ये आयोडीन युक्त बिंदी बांटी भी जा चुकी हैं। नासिक की एनजीओ नीलवसंत मेडिकल फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर की अध्यक्ष डॉ....
More »राज्यों के पास पैसे की कमी नहीं, दिल खोलकर होनी चाहिए किसानों की सहायता: राजनाथ
लखनउ: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्रीय करों से मिलने वाले राजस्व में राज्यों का हिस्सा 32 से बढकर 42 प्रतिशत कर दिये जाने के बाद उनके पास पैसे की कमी नहीं है और उन्हें बेमौसम बारिश से पीडित किसानों की तत्काल और उदारतापूर्वक सहायता देनी चाहिए. सिंह ने आज एक बैंक शाखा के उद्घाटन समारोह के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों को...
More »झारखंड के मजदूर देश में सबसे सस्ते - आशुतोष सिंह
केंद्र की निगाह में झारखंड के मनरेगा मजदूर सबसे सस्ते हैं। इसीलिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रलय ने यहां मनरेगा मजदूरों की मजदूरी सिर्फ 162 रुपये प्रतिदिन तय की है। पूर्वी भारत के राज्यों में रोजगार की कमी और बेरोजगारों की संख्या अधिक होने के कारण ऐसा हुआ है। केंद्र ने हरियाणा के मजदूरों के लिए सबसे अधिक 250 रुपये प्रतिदन तय किया है। झारखंड में अकुशल मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी...
More »समझना होगा सफाई का फलसफा - गोपालकृष्ण गांधी
मैं हमारे प्रधानमंत्री की 'स्वच्छ भारत" योजना का हृदयज समर्थक हूं, उसका स्वागत करता हूं। पिछले 15 अगस्त के लाल किले के भाषण में उन्होंने सफाई पर जो जोर दिया, वह मुझे बहुत अच्छा लगा। पहले कभी-कभार सफाई के बारे में उच्च नेता कुछ कहते थे, लेकिन सफाई का विषय? वह एनजीओ के लायक माना जाता था, नगरपालिकाओं के स्तर का। सड़कों पर, गलियों-कूचों पर, गांव और शहरों में सफाई...
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