जनसत्ता 16 अक्टुबर, 2012: दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, सवा अरब लोगों का। छह-सात प्रतिशत की दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था। पर इसकी अधिकांश आबादी को अब तक ‘ट्रिकल डाउन’ यानी अमीरों के उपभोग से रिस कर मिलने वाले लाभ का ही आसरा है। छीजते जाते संसाधन, बिगड़ता जाता पर्यावरण, जलावतनी और विस्थापन, एक-दूसरे को काटती और खारिज करती पहचानें, लगभग एक-तिहाई से भी अधिक भूभाग सैन्यबलों के भरोसे, और इतने पर भी धन...
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लूट की छूट- आशीष खेतान
छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधनों का अकूत भंडार है, लेकिन ऐसा लगता है कि इसका फायदा सिर्फ उन्हीं लोगों को हो रहा है जिन पर मुख्यमंत्री रमन सिंह की कृपादृष्टि है. आशीष खेतान की रिपोर्ट. साल 2011 की बात है. दीवाली का मौका था. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चर्चित अखबार ‘पत्रिका’ के स्थानीय संपादक गिरिराज शर्मा के पास एक विशेष उपहार पहुंचा. राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यालय की तरफ से...
More »मुरैना जिले में पांच सौ बीघा सरकारी जमीन के हुए फर्जी पट्टे
मुरैना, :मप्र:, सात अक्टूबर (एजेंसी) मध्यप्रदेश में शासकीय एवं चरनोई की जमीन के पट्टों पर प्रतिबंध के बावजूद जिले की जौरा तहसील के सिहोरी, तुस्सीपुरा, खाडौली, गुढ़ाचम्बल, वहराना सहित आसपास के गांवों में राजस्व अधिकारियों ने पिछली तारीखों में फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेजों से कथित रूप से करीब 500 बीघा सरकारी जमीनों के पट्टे किसानों के नाम कर दिए। आयुक्त चंबल अशोक शिवहरे द्वारा ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत पर से कराई...
More »खुदरा कारोबार के मिथक- सुभाष गताडे
जनसत्ता 4 अक्टुबर, 2012: भारत सरकार का दावा है कि खुदरा कारोबार में विदेशी पूंजीनिवेश की राह खोलने से छह सौ अरब डॉलर तक पूंजी यहां पहुंचेगी। दूसरी तरफ के आलोचक इस तरह का अनुमान पेश कर रहे हैं कि वालमार्ट और उस जैसीकंपनियों के आने से कितने लाख लोग बेरोजगार होंगे, आदि। लगता है दोनों पक्षों की तरफ से छवि की लड़ाई चल रही है। कुल खुदरा कारोबार में आज...
More »MP का शिक्षक निकला ढाई करोड़ का आसामी
मंदसौर। यहां का एक शिक्षक ढाई करोड़ की संपत्ति का आसामी निकला। लोकायुक्त पुलिस के छापे में रविवार को यह खुलासा हुआ। पांच घंटे की कार्रवाई में नकदी, ज्वेलरी सहित संपत्ति के कागजात मिले। इनका कुल मूल्य उनकी कुल कमाई के मुकाबले 25 गुना अधिक है। सुबह 7 बजे लोकायुक्त डीएसपी ओपी सागोरिया के नेतृत्व...
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