राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पुणे, लखनऊ और चंडीगढ़ जैसे कई बड़े शहर इन दिनों चिकनगुनिया, डेंगू और तमाम तरह की बरसाती पानी के जलभराव से उपजी महामारियों के शिकार हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में तिल धरने की जगह नहीं, घर-घर लोग तड़प रहे हैं और तमाम उपलब्ध सरकारी-गैरसरकारी अस्पताल नाकाफी साबित हो रहे हैं। अधिकतर बीमार शहरी मलिन बस्तियों के वे गरीब हैं, जो हर तरह की नागर सुविधा...
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देश में 10 हजार डॉक्टर और बढ़ेंगे, केंद्र सरकार लाएगी बिल-कुलस्ते
दौर। देश में हर साल 10 हजार नए डॉक्टर बढ़ेंगे। अभी हर साल मेडिकल की पढ़ाई करके 50 हजार डॉक्टर बनकर निकलते हैं, इसमें 10 हजार का और इजाफा होगा। इस तरह हर साल मेडिकल एजुकेशन संस्थानों से 60 हजार एमबीबीएस डॉक्टर तैयार होकर निकलेंगे। डॉक्टरों की सीटें बढ़ाने के लिए सरकार बिल लाने जा रही है। सोमवार को शहर आए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने यह बताया। वे...
More »क्यों डराता है डेंगू-- रोहित कौशिक
पिछले दिनों दिल्ली हाइकोर्ट ने दिल्ली सरकार और नगर निकायों को राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू पर नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। गौरतलब है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में डेंगू ने एक बार फिर अपने पैर पसार लिए हैं। कुल मिलाकर, देश में सैकड़ों लोग डेंगू की चपेट में हैं और अनेक काल के गाल में समा चुके हैं। हालांकि इस भयावह त्रासदी के बाद...
More »एनआरसी में नहीं लाते तो चली जाती 52 बच्चों की जान
श्योपुर। ब्यूरो। श्योपुर जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में 145 कुपोषित बच्चे भर्ती हैं। इनमें से 52 बच्चे खतरनाक कुपोषण की गिरफ्त में हैं। ये मासूम अगर एनआरसी नहीं लाए जाते तो कुछ दिन या महीने ही सांसें ले पाते। एनआरसी में कुपोषित बच्चों की देख-रेख के लिए नियुक्त डॉक्टरों के अनुसार 52 बच्चों की हालत बेहद खराब है। 52 में से 10 तो ऐसे हैं जिन्हें खून...
More »लहसुन की माला और नाड़े से कर रहे कुपोषण का इलाज!
खंडवा। सुमित अवस्थी। कम वजन के बच्चे, खांसी और बुखार से ग्रसित लेकिन डॉक्टरी इलाज की जगह झाड़-फूंक पर भरोसा। किसी बच्चे के गले में लहसुन की माला तो किसी के पीपल के पत्ते। किसी को मतरा हुआ पानी दिया जा रहा है तो कोई नाड़ा बांधे हुए है। पिछले 45 दिन में चार बच्चों की मौत के बाद भी कुपोषित बच्चों को न तो मां-बाप बाल शक्ति केंद्र ला...
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