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एमए पास मुखिया के अनुभव का पंचायत को मिल रहा लाभ

स्थानीय निकायों के चुनाव में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण वरदान से कम नहीं है. जरूरत है इसको सार्थक करने की. जिले के दरौंदा प्रखंड की बगौरा पंचायत इसका उदाहरण है. अंगरेजी से एमए पास मीरा ठाकुर यहां की मुखिया हैं. दो बार से लगातार मुखिया का चुनाव जीत रही हैं. अपने दोनों कार्यकालों में इनके द्वारा किये गये विकास कार्य नजीर हैं. इन्होंने साक्षर भारत योजना के अंतर्गत निरक्षर महिलाओं...

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‘90 फीसदी महिलाएं अपनी गुलामी का जश्न मनाती हैं’

स्त्री मुक्ति और आदिवासी संघर्ष का जिक्र करें तो रमणिका गुप्ता का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है. अपने लंबे संघर्षमय जीवन के विभिन्न पड़ावों एवं एक लेखिका-सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में दोहरे जीवन की चुनौतियों के बारे में उनकी पूजा सिंह से बातचीत. आप सक्रिय राजनीति में रहीं. तीन दशक पहले चुनाव भी जीतीं. आज देश के कई बड़े राज्यों में महिला मुख्यमंत्री हैं. केंद्र में भी सबसे प्रभावी...

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मुख्यमंत्री की ड्यूटी में लगे रहे डॉक्टर, महिला ने तड़प-तड़प के तोड़ दिया दम

शिवपुरी। प्रसव के बाद इलाज के लिए आई महिला ने शिवपुरी जिला अस्पताल के बाहर पौन घंटे तड़पने के बाद एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। वह इसलिए क्योंकि जिला अस्पताल के डॉक्टर व नर्स स्टाफ की ड्यूटी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लगी थी। अस्पताल में एक भी डॉक्टर नहीं था। महिला को समय पर इलाज नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई। उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है...

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बाल विवाह की समाजिक बुराई पर युवाओं की एक पहल- रेणुका पामेचा

ममता 17 साल की है। वह अन्य लड़कियों के साथ पिता के साथ रहती है परंतु अपने पिता से उसका रिश्ता काफी कठिन दौर में है क्योंकि ममता ने अपने बाल विवाह को रुकवाने के लिए दो बार पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। 13 मई 2013 को होने वाली शादी भी रुकवाई। ममता ने आगे पढ़ाई जारी रखने का पक्का इरादा बना रखा है। वह पिता के दबाव में नहीं...

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नक्सली इलाके में आज भी बच्चियों की किलकारियों की गूंज से सूने हैं कान!

रायपुर. नई जनगणना में चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं। छत्तीसगढ़ में बच्चियों की संख्या कम हो रही है। शून्य से छह आयुवर्ग में प्रति हजार लड़कों के पीछे ९६९ बच्चियां हैं, जबकि बीस साल पहले यह संख्या ९८४ थी। हालांकि एक दशक में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का अनुपात जरूर बढ़ा है।    नई जनगणना के अनुसार महिला-पुरुष का अनुपात 10 सालों में 989 से बढ़कर 991 प्रति हजार हो गया...

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